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ब्यूटी ब्रांड की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग? 12 लाख फॉलोवर्स वाली इंस्टा इंफ्लुएंसर पर ED का शिकंजा

ED ने दावा किया कि Sandeepa Virk, रिलायंस कैपिटल के पूर्व निदेशक अंगाराई नटराजन सेथुरमन के साथ नियमित संपर्क में थीं. एजेंसी का कहना है कि उनके आवास पर की गई तलाशी से गड़बड़ी की पुष्टि हुई और निजी लाभ के लिए धन के दुरुपयोग का खुलासा हुआ.

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इंफ्लुएंसर संदीपा विर्क. (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर संदीपा विर्क (Sandeepa Virk) को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. इंस्टाग्राम पर विर्क के लगभग 12 लाख फॉलोवर्स हैं और वो ब्यूटी ब्रांड हाइबूकेयर की संस्थापक हैं. ED ने बताया है कि इंफ्लुएंसर को 12 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत हिरासत में लिया गया था. कोर्ट ने 14 अगस्त तक के लिए उनको एजेंसी की हिरासत में भेज दिया.

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12 और 13 अगस्त को, ED की कई टीमों ने दिल्ली और मुंबई में छापेमारी की. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एजेंसी ने कहा,

ये कार्रवाई विर्क और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है. उन पर गलत बयानी के जरिए अनुचित प्रभाव डालने और झूठे बहाने से पैसे मांगकर लोगों को धोखा देने का आरोप है.

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ED का कहना है कि तलाशी के दौरान उसने आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए और विर्क से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों के बयान दर्ज किए. 

बता दें कि ED की ये जांच पंजाब पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद की गई है. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि विर्क ने झूठे वादे किए और उसके जरिए अचल संपत्ति अर्जित की. ब्यूटी ब्रांड हाइबूकेयर की वेबसाइट को लेकर ED ने कहा कि ये एक मुखौटे की तरह था. एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा,

वेबसाइट पर यूजर रजिस्ट्रेशन का अभाव है. पेमेंट गेटवे की समस्याएं बनी रहती हैं. सोशल मीडिया इंगेजमेंट भी कम है. व्हाट्सएप संपर्क निष्क्रिय है. ऑर्गेनाइजेशन की जानकारी को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है. ये संकेत देता है कि ये मुख्य रूप से धन शोधन का एक मुखौटा था.

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संदीपा विर्क पर होम लोन में गड़बड़ी के आरोप

एजेंसी ने दावा किया कि विर्क, रिलायंस कैपिटल के पूर्व निदेशक अंगाराई नटराजन सेथुरमन के साथ नियमित संपर्क में थीं. ED का कहना है कि उनके आवास पर की गई तलाशी से गड़बड़ी की पुष्टि हुई और निजी लाभ के लिए धन के दुरुपयोग का खुलासा हुआ. ऋण देने के नियमों का उल्लंघन करते हुए 18 करोड़ रुपये वितरित किए गए और बिना उचित प्रक्रिया के 22 करोड़ रुपये का होम लोन जारी किया गया. ED ने आरोप लगाया, ‘लोन का एक बड़ा हिस्सा गबन कर लिया गया और अभी तक चुकाया नहीं गया है.’

सेथुरमन ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि होम लोन उचित प्रक्रिया के बाद प्रदान किया गया था और उनका विर्क या उनकी गतिविधियों से कोई संबंध नहीं है.

वीडियो: सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बॉबी कटारिया NIA के निशाने पर, आरोप बहुत गंभीर हैं

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