चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, CJI बीआर गवई की मां कमलताई गवई को RSS के कार्यक्रम में बुलाए जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. एक मराठी अखबार ने दावा किया था कि कमलताई गवई ने इस कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया है. हालांकि अब उनके छोटे बेटे और CJI बीआर गवई के भाई ने इसे झूठ बताया है और कहा है कि वह कार्यक्रम में जा रही हैं.
CJI गवई की मां ने RSS के कार्यक्रम में जाने से 'मना'कर दिया? छोटे भाई ने बताया क्या है सच्चाई
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, RSS ने अपने 100 साल पूरे होने के मौके पर विजयादशमी समारोह में CJI BR Gavai की मां कमलताई गवई को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उन्होंने इसमें शामिल होने से मना कर दिया है. अब उनके छोटे बेटे और CJI गवई के भाई ने बताया कि इसकी असल सच्चाई क्या है.


बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, RSS अपने 100 साल पूरे होने के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है. इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर को दशहरा के दिन से होगी. इसी सिलसिले में पांच अगस्त को महाराष्ट्र के अमरावती में विजयादशमी समारोह आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कमलताई गवई को बुलाया गया है.
क्या कार्यक्रम में जाने से मना किया?हालांकि मराठी अखबार लोकसत्ता ने रिपोर्ट किया था कि कमलताई ने इस कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कथित तौर पर आयोजकों को पत्र लिखकर अपने अंबेडकरवादी विचारों और संविधान में आस्था होने का हवाला दिया था. कमलताई गवई के छोटे बेटे राजेंद्र गवई ने इस खबर को गलत बताया है.
उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि उनकी मां जरूर इस कार्यक्रम में जाएंगी. राजेंद्र गवई ने कहा कि उनके पिता आरएस गवई भी इस तरह के कार्यक्रम में नागपुर में शामिल हुए थे. बता दें कि आरएस गवई एक राजनेता थे और उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) की स्थापना की थी. वह बिहार समेत कई राज्यों के राज्यपाल भी रह चुके हैं. वर्तमान में राजेंद्र गवई RPI (गवई) गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
राजेंद्र गवई ने पत्र को बताया फर्जीराजेंद्र गवई ने कहा कि लोकसत्ता में जिस पत्र का हवाला दिया गया है, वह फर्जी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनकी मां की लिखावट नहीं है. यह पत्र नकली है और वह समारोह में शामिल होंगी. राजेंद्र ने कहा कि डॉ. आंबेडकर के करीबी सहयोगी और राज्यसभा के पूर्व उपाध्यक्ष राजाभाऊ खोबरागड़े जैसे नेता भी अतीत में RSS के इस तरह के कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं.
विचारधारा को पीछे नहीं छोड़तेवहीं राजेंद्र गवई ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि व्यक्तिगत संबंध और राजनीतिक संबंध अलग-अलग होते हैं. उन्होंने कहा,
मेरी मां को 5 अक्टूबर को अमरावती में होने वाले RSS के कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है. 5 तारीख को होने वाला यह कार्यक्रम मुख्य कार्यक्रम नहीं है. विजयादशमी का मुख्य कार्यक्रम 2 अक्टूबर को नागपुर में आयोजित किया जा रहा है. व्यक्तिगत संबंध और राजनीतिक संबंध अलग-अलग होते हैं. हम किसी भी स्थिति में अपनी विचारधारा को पीछे नहीं छोड़ते. हमारी विचारधारा मज़बूत है.
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बताते चलें कि RSS हमेशा से अपने प्रमुख कार्यक्रमों में ऐसी हस्तियों को बुलाता रहा है, जो वैचारिक रूप से उससे मत रखते अलग हों. 2018 में देश के पूर्व राष्ट्रपति और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे प्रणब मुखर्जी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
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