मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के एक दिन बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह को हटा दिया गया है. उनकी जगह पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर होंगे. 1992 बैच के AGMUT कैडर के अधिकारी गोलचा फिलहाल तिहाड़ जेल के महानिदेशक (DG) के पद पर तैनात हैं. एसबीके सिंह को जुलाई के अंत में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था. हालांकि, उनका कार्यकाल बहुत छोटा रहा. वह अब डीजी होमगार्ड बने रहेंगे. एसबीके सिंह ने 31 जुलाई को संजय अरोड़ा के रिटायर होने के बाद चार्ज संभाला था.
IPS सतीश गोलचा दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर बने, CM रेखा गुप्ता पर हमले के बाद हटाए गए SBK सिंह
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह को हटा दिया गया है. उन्हें जुलाई के अंत में अतिरिक्त प्रभार मिला था. अब उनकी जगह तिहाड़ जेल के महानिदेशक (DG) के पद पर तैनात सतीश गोलचा नए कमिश्नर होंगे.


गोलचा की तैनाती के बाद दिल्ली को आखिरकार फुल टाइम कमिश्नर मिल गया है. एसबीके सिंह डीजी होमगार्ड के पद पर थे. 31 जुलाई को जब संजय अरोड़ा दिल्ली पुलिस कमिश्नर पद से रिटायर हुए, तब सिंह को अतिरिक्त प्रभार के तौर पर अरोड़ा की जगह पर लाया गया था. हालांकि, वह इस पद पर कुछ ही दिन रह पाए. सीएम रेखा गुप्ता पर हमले के बाद उन्हें हटा दिया गया है.
दिल्ली के सीएम पर हमलागुजरात के राजकोट का रहने वाला 41 साल का राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया ने खुद को याचिकाकर्ता बताते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुलाकात की. इसके बाद उन पर हमला कर दिया. उसने सीएम को थप्पड़ मारे, धक्का दिया और उनके बाल भी पकड़ लिए. बाद में सुरक्षाकर्मियों ने उसे काबू में कर गिरफ्तार कर लिया. उस पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ है. इस हमले ने सीएम की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक को उजागर किया.
इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रेखा गुप्ता पर हमले के 24 घंटे बाद ही MHA का ये फैसला इस तरफ इशारा करता है कि सीएम की सुरक्षा में चूक से गृह मंत्रालय एसबीके सिंह से खफा था. इसके अलावा, पिछले 20 दिनों में दिल्ली में गोलीबारी और अपराध के मामलों में अचानक वृद्धि ने सरकार को चिंता में डाल दिया था, जिसके बाद यह अहम फैसला लिया गया.
कौन हैं सतीश गोलचा?1992 बैच के AGMUT कैडर के अधिकारी सतीश गोलचा फिलहाल तिहाड़ जेल के डीजी के तौर पर सेवा दे रहे हैं. वह दिल्ली पुलिस में पहले भी कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं. वो स्पेशल सीपी (इंटेलिजेंस) रह चुके हैं और डीसीपी, जॉइंट सीपी और स्पेशल सीपी जैसे पदों पर भी जिम्मेदारी निभाई है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान वह स्पेशल सीपी (कानून-व्यवस्था) के तौर पर तैनात थे. इसके अलावा वह अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी भी रह चुके हैं. गोलचा को एक सख्त और रणनीतिक अधिकारी माना जाता है. उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे राजधानी दिल्ली में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाएंगे और कानून-व्यवस्था को मजबूत करेंगे.
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