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दिल्ली में खराब हवा पर हंगामा, इंडिया गेट पर आ धमके प्रदर्शनकारी, पुलिस पर भड़के लोग

CPCB के मुताबिक दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ है. AQI 400 के पार यानी ‘घातक’ स्तर पर भी पहुंच रहा है है.

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दिल्ली में बिगड़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन. (फोटो- सोशल मीडिया)

दिल्ली में खराब हवा के विरोध में प्रदर्शन के लिए सैंकड़ों लोग इंडिया गेट पहुंचे. इनमें नेता, कार्यकर्ता और जनता भी शामिल हुई. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने इनमें से करीब 150 लोगों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस का दावा है कि मंजूरी ना होने के बावजूद ये लोग इकट्ठा हो गए हैं. दूसरी तरफ लोगों का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ मारपीट की, उन्हें घसीटाकर बसों में डाल दिया गया.

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बता दें कि लंबे समय से दिल्ली में AQI खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. यानी केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, हवा ‘बेहद खराब’ है. कई बार AQI 400 के पार यानी ‘घातक’ स्तर पर भी पहुंच जाता है. द हिंदू से बात करते हुए अभिषेक नाम के एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार साफ हवा में सांस लेने का बुनियादी अधिकार भी देने में विफल रही है. उन्होंने कहा,

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(पूर्व मुख्यमंत्री) शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली को हरित राजधानी के रूप में जाना जाता था. आज, ये दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है. राजनेता जिम्मेदारी लेने के बजाय एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं.

वहीं, पर्यावरणविद् भावरीन खंडारी ने कहा,

हम अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से मिलना चाहते हैं. हमने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था. लेकिन हमें मना कर दिया गया. बहुत से माता-पिता यहां इसलिए आए हैं, क्योंकि उनके बच्चे कष्ट झेल रहे हैं… हर तीसरे बच्चे के फेफड़े पहले से ही क्षतिग्रस्त हैं. वे स्वच्छ हवा में पले-बढ़े बच्चों की तुलना में लगभग 10 वर्ष कम जीवित रहेंगे.

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इस विरोध प्रदर्शन में शामिल AAP नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा,

दिल्ली के लोग नाराज हैं. क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी की सरकार इनकार कर रही है. वे स्वीकार नहीं कर रहे हैं कि प्रदूषण है. भाजपा सरकार को जमीनी स्तर पर लोगों के साथ रहना चाहिए था, न कि आंकड़ों में हेरफेर करना चाहिए था.

वहीं, हाल ही में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) छात्रसंघ चुनाव में जॉइंट सेक्रेटरी पद पर जीत हासिल करने वालीं दानिश अली ने X पर वीडियो पोस्ट किया. इसमें उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,

हमारे साथ मारपीट की गई, हमें खींचा गया और अवैध तरीके से हिरासत में लेकर बसों में डाल दिया गया… ये जनता की रक्षक सरकार नहीं है, बल्कि जनता विरोधी सरकार है.

पुलिस क्या बोली?

पुलिस के अनुसार, बिना अनुमति के इकट्ठा होने पर कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा,

इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी. कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सुरक्षा व्यवस्था में कोई बाधा न आए, ये सुनिश्चित करने के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया.

वहीं, नई दिल्ली के DCP देवेश कुमार महला ने कहा कि ये डिटेंशन प्रिवेंटिव है. यानी वो प्रोसेस है, जिसमें किसी व्यक्ति को अपराध का दोषी पाए जाने से पहले ही सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है. डीसीपी का कहना था कि प्रदर्शनकारियों को कुछ समय बाद छोड़ दिया जाएगा.

वीडियो: दिवाली में इतने पटाखे फोड़े गए कि दिल्ली की हवा घातक हो गई, और ज्यादा बिगड़ने की आशंका है, AQI 400 के पार

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