कुछ रोज पहले से इस बात की चर्चा चल रही है कि INDIA गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा? अब इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी बहस हो रही हैं. जानकार बता रहे हैं कि UP में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच मुद्दों को हाईजैक करने को लेकर होड़ लगी है. इसी कड़ी में सपा नेता आजम खान ने जेल से एक चिट्ठी लिखी है. इसके जरिए उन्होंने भी INDIA गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं. इसके अलावा भी हाल में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिससे कांग्रेस और सपा के रिश्तों में दूरी आने की बात की जा रही है.
सपा ही नहीं INDIA ब्लॉक के कई दल कांग्रेस से नाराज हैं? 'आग में घी' है आजम खान की चिट्ठी
Congress और Samajwadi Party के रिश्ते विधानसभा चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर बिगड़ने शुरू हुए. फिर Gautam Adani का मामला आया. Rahul Gandhi संभल और हाथरस के दौरे पर निकले. लोकसभा में Akhilesh Yadav की सीट बदली गई. और अब Azam Khan ने जेल से चिट्ठी लिख दी है.

सपा और कांग्रेस के बीच तल्खी की शुरुआत हाल के विधानसभा चुनावों मे सीट बंटवारे को लेकर हुई. विवाद उत्तर प्रदेश के बाहर, गठबंधन में सपा की जिम्मेवारी को लेकर है. सपा का मानना है कि महाराष्ट्र और झारखंड में सीट बंटवारे को लेकर उन्हें नजरअंदाज किया गया.
इसके बाद हाल ही में जब कांग्रेस ने संसद में बिजनेसमैन गौतम अडानी के खिलाफ प्रोटेस्ट किया तो सपा ने खुद को इससे दूर रखा. डिंपल यादव ने तो इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही को बाधित करने पर असंतोष भी जताया था. सोलर पावर से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए गौतम अडानी पर एक सरकारी अधिकारी को घूस देने के आरोप लगे. इस मामले पर INDIA गठबंधन ने जब प्रोटेस्ट का एलान किया तो ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने भी इसका बहिष्कार किया था.
समाजवादी पार्टी ने एक आरोप लोकसभा में सांसदों के लिए अलॉट होने वाली सीटों को लेकर भी लगाया. फैजाबाद से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव लोकसभा में आगे की सीट पर बैठा करते थे. INDIA गठबंधन में वो अपनी पार्टी को कुछ इस तरह रिप्रेजेंट करते थे. उनके साथ कांग्रेस के बड़े नेता भी बैठा करते थे. लेकिन फिर सदन में बैठने की नई व्यवस्था बनाई गई. अवधेश प्रसाद को दूसरी पंक्ति में और अखिलेश यादव को कांग्रेस नेताओं से दूर सीट दी गई.
सपा ने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. कहा गया कांग्रेस ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके ये बदलाव करवाए हैं. इसके बाद 3 दिसंबर को अखिलेश लोकसभा पहुंचे तो उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, "थैंक यू कांग्रेस".
इसके बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, अखिलेश यादव के पास पहुंचे. उन्होंने इशारा किया कि अखिलेश उनकी सीट पर राहुल गांधी मे बगल में बैठ सकते हैं. हालांकि, यादव ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
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जानकारों के मुताबिक, UP में अकेले बहुत मजबूत जनाधार ना होने के बावजूद कांग्रेस ने इसे अपनी प्राथमिकता में रखा है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संभल और हाथरस के दौरे के बाद इस बहस को और जोर मिला. हाथरस मामले में 4 साल पहले पीड़िता की मौत हो गई थी. कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने उनके परिवार से किया वादा पूरा नहीं किया. जिसमें सरकारी नौकरी और मुआवजे की बात थी. कहा जा रहा है कि कांग्रेस UP में सपा के मुस्लिम-दलित वोटबैंक में सेंधमारी करने की कोशिश कर रही है.
इस बीच आजम खान ने राज्य में मुस्लिम के नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए हैं.
Azam Khan की चिट्ठी में क्या है?सपा के रामपुर जिले के अध्यक्ष अजय सागर ने इस चिट्ठी को जारी किया है. इसके शीर्षक में लिखा है, 'आजम खान का जेल से संदेश'. आगे लिखा है,
“समाजवादी पार्टी, रामपुर में हुए जुल्म और बर्बादी का मुद्दा संसद में उतनी ही मजबूती से उठाए जितना संभल का. क्योंकि रामपुर के सफल तजुर्बे के बाद ही संभल पर आक्रमण हुआ है. रामपुर की बर्बादी पर INDIA गठबंधन खामोश तमाशायी बना रहा. और मुस्लिम लीडरशिप को मिटाने पर काम करता रहा. INDIA ब्लॉक को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी. अन्यथा मुसलमानों को हालात और भविष्य पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.”
रामपुर की विधानसभा सीट से खान को 10 बार जीत मिली है. इस लोकसभा सीट से भी उनको एक बार जीत मिली है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर INDIA गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठाया है. उन्होंने आगे लिखा है,
"मुसलमानों पर होने वाले हमलों, उनकी मौजूदा स्थिति पर और अपनी नीति पर खुलकर स्थिति स्पष्ट करें. यदि मुसलमानों के वोट का कोई अर्थ ही नही है और उनके वोट का अधिकार उनकी नस्लकुशी (जनसंहार) करा रहा है तो उन्हें विचार करने पर मजबूर होना पड़ेगा. उन्हें सोचना होगा कि उनके वोट के अधिकार को रहना चाहिए या नहीं. बेसहारा, अलग-थलग और अकेला खाक व खून में नहाया हुआ अधिकार, इबादत-गाहों (इबादत करने की जगह) को विवादित बनाकर समाप्त करना इत्यादि. केवल साजिश करने वालों, षड्यन्त्र रचने वालों तथा दिखावे के हमदर्दी के लिये देश की दूसरी आबादी को बर्बाद एवं नेस्तेनाबूद नहीं किया जा सकता."

रामपुर से सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना ने इस संबंध में अखिलेश यादव को एक चिट्ठी लिखी है. इसके जरिए उन्होंने INDIA गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठाने के लिए उन्होंने आजम खान को पार्टी से निकालने की मांग की है.
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