अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में सुनील यादव नाम के भारतीय मूल के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई (Sunil Yadav shot dead). बताया गया कि सुनील यादव गैंगस्टर्स से जुड़ा था और ड्रग तस्करी करता था. लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा के गैंग ने इस हत्या की ज़िम्मेदारी ली है. ख़बरों के मुताबिक़, सुनील पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला था. दो साल पहले फ़र्ज़ी पासपोर्ट के ज़रिए अमेरिका भाग गया था.
भारत के ड्रग तस्कर की अमेरिका में हत्या, लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार दोनों गैंग का आया नाम
Sunil Yadav पर आरोप है कि वो ड्रग की तस्करी करता था. पहले खबर आई थी कि Goldy Brar gang ने उसकी हत्या की जिम्मेदारी ली है. मगर बाद में हत्या का शक लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर भी किया जाने लगा

रोहित बरार का दावा है कि उसने सुनील की हत्या इसलिए की, क्योंकि उसने पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर अंकित भादू को मरवाया था. इसे लेकर रोहित गोदारा ने फ़ेसबुक पोस्ट किया. इस पोस्ट में रोहित ने सुनील और उसके साथियों पर कई गंभीर इल्जाम लगाए. बताया कि सुनील और उसके साथियों ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के युवाओं को नशे का आदी बनाने बना दिया है. ये लोग पुलिस की मिलीभगत से ड्रग्स बेचते हैं. पोस्ट में आगे कहा गया,
सुनील यादव और उसके साथियों ने ही पंजाब पुलिस से मिलकर अंकित भादू भाई का एनकाउंटर करवाया था. हमने इसका बदला लिया है. जब सबको पता चला कि अंकित के एनकाउंटर में इनका हाथ है, तो ये मौत के डर से पुलिस की मदद लेकर अमेरिका भाग गए थे. ये लोग वहां से मुखबिरी करते थे.

पहले ये ख़बर आई कि गोल्डी बरार गैंग ने हत्या की ज़िम्मेदारी ली है और सुनील यादव, लॉरेंस गैंग से जुड़ा है. लेकिन अब बताया जा रहा है कि इस हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही हाथ है.
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Sunil Yadav कौन था?इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, सुनील यादव को ड्रग माफियाओं में बड़ा नाम माना जाता था. उसने दिल्ली से राहुल के नाम से एक फ़र्ज़ी पासपोर्ट बनवाया. फिर उस पासपोर्ट के ज़रिए पहले दुबई, फिर अमेरिका चला गया और वहीं ड्रग तस्करी का काम करने लगा. आरोप है कि इससे पहले राजस्थान पुलिस ने दुबई में एजेंसियों के ज़रिए सुनील के सहयोगी को गिरफ़्तार किया था.

सुनील के ख़िलाफ़ हाल ही में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. आजतक की एक रिपोर्ट बताती है कि कुछ साल पहले भारत में सुनील यादव से जुड़ा 300 करोड़ रुपये का कंसाइनमेंट पकड़ा गया था. वो पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा रहा. बताया गया कि सुनील, अमेरिका से पहले दुबई में ड्रग्स का रैकेट चलाता था.
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