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कोलकाता में 13 साल से धूल खा रहा था करोड़ों का बोइंग, एयर इंडिया को अब याद आया-अरे ये तो हमारा है!

Air India 13 साल तक Kolkata Airport पर खड़े अपने ही Boeing 737-200 को भूल गई. 43 साल पुराना ये एयरक्राफ्ट बहीखातों से भी गायब था और हाल ही में पता चला कि ये अब भी एयर इंडिया का है. 14 नवंबर को इसे ट्रेलर से बेंगलुरु भेजा गया जहां यह ट्रेनिंग में इस्तेमाल होगा.

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Boeing 737-200. (फोटो-X)

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने घर में कोई सामान रखकर भूल जाते हैं. फिर सालों बाद अचानक उसकी याद आती है. लेकिन तब उसकी ज़रुरत महसूस नहीं होती, उसे या तो हम बेच देते हैं या फेंक देते हैं. आपको जानकार हैरानी होगी कि एयर इंडिया के साथ भी ऐसा ही एक वाकिया हुआ. 

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एयर इंडिया ने अपने हैंगर (बोले तो एयरक्राफ्ट का गराज) में एक एयरक्राफ्ट रखा और उसे भूल गया. 13 साल बाद अचानक एयर इंडिया को ख्याल आया कि हवाई अड्डे पर एक विमान खड़ा है. लेकिन अब एयर इंडिया को इसकी ज़रुरत नहीं है. आखिरकार 14 नवंबर को विमान तैयार होकर बेंगलुरु के लिए रवाना हुआ. इस एयरक्राफ्ट का नाम है- बोइंग 737-200.

क्या ये घटना सामान्य है? 

द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, दो नज़र से ये घटना हैरान करने वाली है. पहली, एयर इंडिया के पास 43 साल पुराना विमान कोलकाता हवाई अड्डे पर खड़ा था और उसे खबर तक नहीं थी. दूसरा, बोइंग 737 एकलौता ऐसा विमान था जिसे प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के साथ बेचा गया था. एयर इंडिया ने बाकी 9 बेकार विमानों का बिना इंजन के ही निपटान कर दिया था. एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा,

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हालांकि किसी पुराने विमान का निपटान असामान्य नहीं है, लेकिन बोइंग 737 का निपटान असामान्य है. क्योंकि इसके बारे में हमें हाल ही में पता चला था कि ये हमारा है. तीन साल पहले निजीकरण के दौरान ये विमान कंपनी के बहीखातों से गायब हो गया था.

उन्होंने कहा कि बोइंग के तरफ उनका ध्यान तब गया जब कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने इसकी ओर इशारा किया.

बोइंग 737-200 की कहानी

बोइंग 737, 1982 में इंडियन एयरलाइन्स की फ्लीट में शामिल हुआ था. मार्च 2007 में इस विमान को मालवाहक एयरक्राफ्ट की तरह इस्तेमाल किया गया. फिर अगस्त 2007 में जब एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइन्स का विलय हुआ तब इसे एयर इंडिया के हवाले कर दिया गया. कुछ सालों तक भारतीय डाक ने इसका इस्तेमाल किया और 2012 में इसे सेवामुक्त कर दिया गया. तब से ये कोलकाता हवाई अड्डे के दक्षिण-पूर्वी छोर पर पड़ा हुआ था. 

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14 नवंबर को बोइंग 737-200 तैयार होकर ट्रेक्टर ट्रेलर पर बेंगलुरु के लिए रवाना हुआ. वहां इस विमान का इस्तमाल मेंटेनेंस इंजीनियर के प्रशिक्षण के लिए किया जायेगा. बीते पांच सालों में हवाई अड्डे से हटाया गया ये 14 वां विमान था. जिस जगह पर बोइंग खड़ा था उस जगह पे अब दो नए हैंगर्स बनाए जाएंगे.  

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