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मुआन प्लेन क्रैश: 179 लोगों की मौत से पहले पायलट ने कहा था- 'Mayday Mayday Mayday', क्या है ये?

8 बजकर 59 मिनट पर विमान के पायलट ने बर्ड स्ट्राइक के बारे में रिपोर्ट किया. पायल ने तुरंत इमरजेंसी की घोषणा की और 'मेडे मेडे मेडे' का कॉल दिया.

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विमान हादसे में मारे गए लोगों में से कुछ शवों की पहचान परिवार के सदस्यों द्वारा दिए गए फिंगरप्रिंट या DNA सैंपल्स के माध्यम से ही की जा सकी. (फोटो- X)

South Korea Plane Crash Updates: दक्षिण कोरिया में हुए मुआन प्लेन क्रैश को लेकर नई जानकारियां सामने आई हैं. मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए इस विमान हादसे में 179 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दो बुरी तरह घायल हो गए थे. अब इस दुर्घटना को लेकर दक्षिण कोरिया की ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री और फायर अथॉरिटी ने बताया है कि हादसे के ठीक पहले पायलट ने ‘Mayday Mayday Mayday’ की कॉल की थी.

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क्या होता है Mayday?

मेडे का इस्तेमाल 'आपातकालीन स्थिति' या 'डिस्ट्रेस कॉल' के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल विमान या जहाज के पायलट या कैप्टन तब करते हैं, जब उनका या यात्रियों का जीवन खतरे में होता है, और उन्हें तुरंत मदद की जरूरत होती है. मेडे शब्द की शुरुआत 1920 में हुई थी. लंदन के क्रॉडॉन एयरपोर्ट पर रेडियो ऑफिसर फ़्रेडरिक स्टैनली मॉकफ़ोर्ड ने सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया था. उन्होंने फ्रेंच शब्द 'm'aider' का इस्तेमाल करके 'Mayday' शब्द बनाया था. 'M'aider' का फ़्रेंच में मतलब होता है कि 'मेरी मदद करो'.

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इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरियाई मंत्रालय ने जो जानकारी साझा की है, उसके अनुसार सुबह 8 बजकर 54 पर मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने जेजु एयर फ्लाइट को रनवे 01 पर लैंड करने की इजाजत दी थी. इसके तीन मिनट बाद पक्षियों की गतिविधि के बारे में चेतावनी जारी की गई.

बर्ड स्ट्राइक के बारे में बताया

8 बजकर 59 मिनट पर विमान के पायलट ने बर्ड स्ट्राइक के बारे में रिपोर्ट किया. पायल ने तुरंत इमरजेंसी की घोषणा की और "मेडे मेडे मेडे" का कॉल दिया. साथ ही कहा, "बर्ड स्ट्राइक, बर्ड स्ट्राइक, गो-अराउंड". 9 बजे पायलट ने गो-अराउंड की प्रक्रिया शुरू की और रनवे 19 पर उतरने के लिए अनुमति मांगी. एक मिनट में विमान को रनवे 19 पर लैंड करने के लिए अनुमति मिल गई.

9 बजकर 2 मिनट पर विमान ने 2800 मीटर के रनवे पर 1200 मीटर पॉइंट पर टच-डाउन किया. 34 सेकंड बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने एयरपोर्ट की फायर रेस्क्यू यूनिट को ‘क्रैश बेल’ के बारे में सूचित किया. इसके 21 सेकंड बाद फायर रेस्क्यू यूनिट ने सभी तैयारियां कर लीं. 9 बजकर 3 मिनट पर विमान रनवे को क्रॉस करके एक दीवार में टकरा गया और उसमें आग लग गई.

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इसके 7 मिनट के बाद ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री को एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा एक्सीडेंट के बारे में सूचित किया गया. 9 बजकर 23 मिनट पर फ्लाइट से एक मेल क्रू मेंबर को रेस्क्यू किया गया. उसे तुरंत मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया. 15 मिनट बाद मुआन एयरपोर्ट बंद कर दिया गया. इसके 12 मिनट के बाद फ्लाइट के टेल हिस्से से एक फीमेल क्रू मेंबर को रेस्क्यू किया गया.

DNA सैंपल्स के माध्यम से शवों की पहचान

विमान हादसे में मारे गए लोगों में से कुछ शवों की पहचान परिवार के सदस्यों द्वारा दिए गए फिंगरप्रिंट या DNA सैंपल्स के माध्यम से ही की जा सकी. अधिकारियों के अनुसार, अब तक 179 पीड़ितों में से 141 की पहचान हो चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट 2216 के दोनों ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर रिकवर कर लिए गए हैं. दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने कहा है कि दुर्घटना के कारणों की पूरी जांच की जाएगी.

वीडियो: South Korea Plane Crash: पायलट से समझिए वो सब, जो इस हादसे के लिए जानना जरूरी!

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