उत्तर प्रदेश के बनारस में गंगा नदी ने ऐसा तांडव मचाया हुआ है कि सड़कें गायब हैं. गलियां पानी में डूबी हैं. पूरा काशी जलमग्न है. लोग घरों में कैद हैं. राहत-बचाव की टीमें दिन-रात एक किए हुए हैं. लेकिन यहां के लोगों में बनारसी ठसक ऐसी है कि कुछ बंदों ने नाव खींची, लहरों को चीरा और सीधे ठेके पर जा धमके. जी हां, दारू की तलब में नाव लेकर शराब की दुकान पहुंच गए. इन्हीं में से किसी ने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया है, जो अब वायरल है. लोग कह रहे हैं कि ये है असली काशी का रंग, जहां बाढ़ हो या बवंडर, मस्ती कभी नहीं रुकती.
पूरा बनारस पानी में डूबा, लेकिन दारू का ठेका बच गया, नाव लेकर पहुंच गए लोग
शहर में लोग राशन-पानी के लिए जूझ रहे हैं, लेकिन इन पियक्कड़ों का दिल बोला, ‘दारू बिना जिंदगी अधूरी!’

दरअसल, उत्तर भारत में कई जगहों पर जम कर बारिश हो रही है. कई जगहों पर गंगा नदी उफान पर है. यही हाल बनारस का है. मणिकर्णिका से दशाश्वमेध तक, पानी ही पानी. शहर में लोग राशन-पानी के लिए जूझ रहे थे, लेकिन इन पियक्कड़ों का दिल बोला, ‘दारू बिना जिंदगी अधूरी!’ बस, फिर क्या. नाव पर सवार हुए, गंगा की लहरों को बाय-बाय करते हुए ठेके के बाहर खड़े हो गए.
वीडियो में एक भाई नाव से उतरकर दुकान की खिड़की पर ऑर्डर दे रहा है, जैसे कोई पिज्जा हट पर डबल चीज मार्गरीटा मांग रहा हो. वीडियो रिकॉर्ड करने वाला शख्स कहता है,
“देखिए गाइज, सब डूब गया है पर ठेका नहीं डूबा है. हम लोग नाव में बैठकर दारू लेने आए हैं. सारा बनारस डूब गया है. बस ठेका बचा हुआ है यहां पर.”
नाव में बैठा एक और शख्स कहता है,
“जहां गाड़ी-मोटर चलती थी, वहां नाव चल रही है.”
वीडियो देख लोगों ने इस पर तरह-तरह के कॉमेंट किए. एक यूजर ने लिखा,
“ठेका सबको डुबो देगा पर खुद नहीं डूबेगा.”

एक अन्य यूजर ने लिखा,
“पिएगा तभी तो जिएगा मेरा भाई.”

एक सज्जन ने तंज भरे लहजे में लिखा,
“जो दूसरे को डुबोता है वो कैसे खुद डूब सकता है.”

बता दें वाराणसी में बाढ़ ने कोहराम मचा रखा है. हजारों लोग पानी की मार झेल रहे हैं. गंगा-वरुणा का पानी घरों में घुस गया है. प्रशासन राहत शिविरों में जुटा है. लेकिन इन लड़कों की नाव वाली मस्ती बताती है कि बनारस का दिल कितना बड़ा है. बाढ़ आए, सुनामी आए, काशी वाले मस्ती में कमी नहीं लाएंगे! तो भाई, अगली बार बाढ़ आए तो नाव तैयार रखना, लेकिन दारू से पहले थोड़ा राशन भी जुटा लेना.
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