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दिल्ली की हार से पंजाब में बिखरेगी AAP? केजरीवाल ने विधायकों की बैठक बुलाई

Delhi Election Result 2025: दिल्ली चुनाव में मिली हार के बाद से Aam Aadmi Party की पंजाब यूनिट में फूट की खबरें आने लगी हैं. कांग्रेस के मुताबिक AAP के कई विधायक दूसरे दलों में जाने को तैयार हैं.

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अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों की मीटिंग बुलाई है. (PTI)

एक बड़ी क्लीशे सी लाइन है. राजनीति में हमेशा दो और दो चार नहीं होता. यहां बिटवीन दि लाइन पढ़ने की रवायत रही है. दिल्ली के चुनाव नतीजे (Delhi Election Result 2025) इसकी तस्दीक करते हैं. बीजेपी को सत्ता मिली. AAP की सत्ता गई. और कांग्रेस तो खाता तक नहीं खोल पाई. आप के लिए परिणाम निराशाजनक हैं. पर सबसे बड़ा झटका तो कांग्रेस को है. लेकिन AAP की इस ‘आपदा’ में कांग्रेस को एक राज्य में अवसर दिख रहा है. वो राज्य है, पंजाब. 

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राज्य के कांग्रेस नेता बड़ी संख्या में आप विधायकों में टूट और मुख्यमंत्री बदले जाने का दावा कर रहे हैं. इन दावों के बीच आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को दिल्ली तलब किया है.

इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने 11 फरवरी को दिल्ली में पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई है. बैठक की जानकारी कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के उस दावे के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कम से कम 35 AAP विधायक दल बदल के लिए तैयार हैं.

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इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कांग्रेस नेताओं ने भगवंत मान की जगह अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने और राज्य में मिड-टर्म इलेक्शन से लेकर सत्ताधारी पार्टी में आंतरिक विद्रोह की भविष्यवाणी की है. सीनियर कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष बाजवा ने कहा, 

दिल्ली में हार के बाद अरविंद केजरीवाल पंजाब जाएंगे. और वहां राज्य का मुख्यमंत्री बनने की कोशिश करेंगे. 

बाजवा ने इसके लिए आप के पंजाब चीफ अमन अरोड़ा के उस बयान का हवाला दिया जिसमें अरोड़ा ने कहा था कि कोई हिंदू भी पंजाब का मुख्यमंत्री बन सकता है. मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाला व्यक्ति योग्य होना चाहिए. उसे हिंदू या सिख के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए.

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बाजवा के मुताबिक, 

दिल्ली चुनाव नतीजों से ठीक पहले ये बयान एक महत्वपूर्ण संकेत था कि आप लीडरशिप कैसे केजरीवाल के लिए सीएम की कुर्सी पर बैठने का रास्ता तैयार कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि पार्टी के एक विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के चलते लुधियाना सीट खाली है. जिससे केजरीवाल उपचुनाव लड़ सकते हैं.

आप की पंजाब यूनिट में अंदरुनी कलह की भविष्यवाणी करते हुए बाजवा ने कहा कि मान व उनके समर्थक और आप की दिल्ली लीडरशिप के बीच सत्ता संघर्ष की पूरी संभावना है. दूसरी ओर गुरुदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली में आप की करारी हार के बाद पंजाब में मिड-टर्म इलेक्शन की भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा, 

पंजाब को मिड-टर्म इलेक्शन के लिए तैयार रहना चाहिए. पंजाब में आप के विधायकों का कुनबा बिखर जाएगा. उनकी पार्टी के कम से कम 35 विधायक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल होने के लिए तैयार बैठे हैं. 

साल 2022 में हुए पंजाब विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड जीत हासिल हुई थी. पार्टी ने 117 विधानसभा सीट में से 92 सीटों पर जीत हासिल की थी. राज्य में बहुमत का आंकड़ा 59 सीट है, जबकि मौजूदा समय में आप के पास 93 विधायक हैं. ऐसे में फिलहाल सरकार पर कोई खतरा नहीं दिख रहा है.

वीडियो: Delhi Election Results: केजरीवाल के चुनाव हारने से क्या पंजाब पर असर पड़ेगा?

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