दिल्ली चुनाव में मिली हार से आम आदमी पार्टी की ‘चाल-ढाल’ तो बदली ही, पार्टी में दरार के लक्षण भी दिखने लगे हैं. पार्टी के पंजाब प्रभारी हैं मनीष सिसोदिया. हाल में यहां कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करते-करते वे थोड़ा ज्यादा ‘बह’ गए. कह दिया कि ‘पंजाब चुनाव में जीत के लिए साम-दाम-दंड-भेद, झूठ और लड़ाई-झगड़े तक के लिए तैयार रहिए'. विरोधियों ने उनका बयान लपक लिया है. चुनाव आयोग से शिकायत कर दी है. पार्टी की मान्यता तक रद्द करने की अपील की गई है. विवाद बढ़ता देख AAP ने भी डैमेज कंट्रोल के तहत आनन-फानन में सफाई पेश कर दी है. पार्टी के पंजाब प्रमुख अमन अरोड़ा ने मनीष सिसोदिया के बयान को ‘पर्सनल’ बताया और कहा कि ‘AAP का इससे लेना-देना नहीं है और न ही पार्टी की विचारधारा उन्हें ये करने की इजाजत देती है.’
मनीष सिसोदिया के 'साम-दाम-दंड-भेद' से बैकफुट पर AAP, पंजाब प्रमुख बोले- 'ये हमारी विचारधारा नहीं'
मनीष सिसोदिया ने पंजाब में पार्टी कार्यकर्ताओं को अगले चुनाव में साम-दाम-दंड-भेद सब अपनाने के लिए तैयार रहने को कहा था. इस पर विरोधियों ने घेरा तो पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है.

अरोड़ा ने कहा,
मैं पार्टी का हिस्सा हूं. पार्टी नहीं हूं. इसलिए किसी के व्यक्तिगत बयान को पार्टी की विचारधारा नहीं माना जाना चाहिए. विरोधी बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं. जहां तक आम आदमी पार्टी और पंजाब सरकार का सवाल है, AAP हमेशा लोगों के पास जाकर विकास के मुद्दे पर वोट मांगती रही है और मांगती रहेगी.
अरोड़ा ने आगे कहा,
हम पंजाब के लोगों के पास हाथ जोड़कर वोट मांगने जाएंगे. चाहे मुख्यमंत्री हों, मेयर हों या मनीष सिसोदिया. सभी पार्टी का हिस्सा हैं. पार्टी नहीं हैं. आप जिस वीडियो की बात कर रहे हैं, वो पार्टी की विचारधारा नहीं है. अरविंद केजरीवाल और मैं मनीष सिसोदिया की बातों से सहमत नहीं हैं.
मामला क्या है
स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को पंजाब में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया का एक बयान दिया था. इसमें उन्होंने कार्यकर्ताओं को 2027 के पंजाब चुनाव में आप की जीत तय करने के लिए ‘हर तरह के हथकंडे अपनाने’ को तैयार रहने के लिए कहा है. बयान में सिसोदिया ने कहा,
2027 का पंजाब चुनाव जितवाने के लिए साम-दाम-दंड-भेद, सच-झूठ, सवाल-जवाब, लड़ाई-झगड़ा… जो करना पड़ेगा… तैयार हैं?
इस वीडियो को लेकर भाजपा और अकाली दल आम आदमी पार्टी पर बरस पड़े. शिकायत लेकर चुनाव आयोग तक पहुंच गए और मनीष सिसोदिया की टिप्पणी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे. पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया,
सिसोदिया ने 15 अगस्त को एक भाषण में खुलेआम घोषणा की थी कि अगला पंजाब चुनाव जीतने के लिए आप 'साम, दाम, दंड, भेद, सच, झूठ, सवाल, जवाब, लड़ाई, झगड़ा' का सहारा लेगी. सिसोदिया के शब्द भ्रष्ट आचरण अपनाने, मतदाताओं को धमकाने, दुश्मनी फैलाने और राज्य में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के इरादे की खुली स्वीकारोक्ति है.
वहीं, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने तो चुनाव आयोग से AAP की मान्यता तक रद्द करने की अपील कर दी. मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में उन्होंने दावा किया था कि सिसोदिया ने हाल ही में हुई पार्टी की एक बैठक के दौरान आप कार्यकर्ताओं को भ्रष्ट और हिंसक गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसाया था, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा भी शामिल हुए थे.
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