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मजबूत दिल और तेज दिमाग चाहिए तो खाने में ये चीजें मिलाइए

पालक, मेथी, गाजर जैसी हरी सब्ज़ियां और अमरूद, सेब जैसे फलों में विटामिंस, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. ये खून का फ्लो बेहतर बनाते हैं और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के ख़तरे को कम करते हैं.

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शरीर के ठीक से काम करने के लिए दिल और दिमाग का हेल्दी रहना ज़रूरी है (फोटो: Freepik)

दिल और दिमाग. हमारे शरीर को दो सबसे ज़रूरी अंग. सबसे ज़रूरी क्यों? क्योंकि अगर दिल काम करना बंद कर दे, तो कुछ पलों में ही व्यक्ति की मौत तय है. वहीं अगर दिमाग चलना बंद हो जाए, तो बाकी शरीर भी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है.

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यानी दिल और दिमाग की सेहत से बिल्कुल भी कॉम्प्रोमाइज़ नहीं किया जा सकता. तो चलिए फिर, एक्सपर्ट से जानेंगे खाने की वो चीज़ें, जो दिल और दिमाग के लिए अच्छी हैं. ये भी पता करेंगे कि क्या किसी व्यक्ति को इनमें से किसी चीज़ से परहेज़ करना चाहिए. 

खाने की वो चीज़ें जो दिल के लिए अच्छी हैं!

ये हमें बताया गरिमा रौतेला ने. 

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गरिमा रौतेला, सीनियर रिसर्च इन्वेस्टिगेटर, सेंटर फॉर क्रोनिक डिज़ीज़ कंट्रोल

दिल की अच्छी सेहत के लिए रागी, ज्वार, बाजरा, गेहूं और दालें खाएं. इनमें भरपूर फाइबर होता है, जो ख़राब कोलेस्ट्रॉल कम करता है. साथ ही, ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रखता है. इससे दिल पर दबाव कम पड़ता है. पालक, मेथी, गाजर जैसी हरी सब्ज़ियां और अमरूद, सेब जैसे फलों में विटामिंस, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. ये खून का फ्लो बेहतर बनाते हैं और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के ख़तरे को कम करते हैं. हेल्दी फैट जैसे सरसों और मूंगफली का तेल, बादाम, अखरोट और अलसी के बीजों में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड होता है. ये दिलों की नसों को मज़बूत बनाता है और सूजन भी घटाता है

दालें, अंकुरित अनाज, पनीर, मछली और चिकन शरीर को ज़रूरी प्रोटीन और ओमेगा-थ्री फैटी एसिड देते हैं. इससे दिल मज़बूत रहता है और शरीर की सूजन भी कम होती है. प्रोबायोटिक चीज़ें जैसे लो फैट दही और पनीर पाचन को ठीक रखते हैं. पाचन बेहतर होने से दिल की सेहत पर अच्छा असर पड़ता है. इसी तरह हल्दी, अदरक और लहसुन बीपी और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मदद करते हैं.

खाने की वो चीज़ें जो दिमाग के लिए अच्छी हैं!

हरी पत्तेदार सब्ज़ियों जैसे पालक, मेथी, सरसों के साग में आयरन और फोलेट होता है. ये खून का फ्लो ठीक रखता है और याद्दाश्त मज़बूत बनाता है. दालें विटामिन से भरपूर होती हैं. इनमें फोलेट और थायमिन जैसे ज़रूरी विटामिन पाए जाते हैं. ये विटामिन्स दिमाग के काम, याद्दाश्त और एकाग्रता के लिए बहुत ज़रूरी हैं. बादाम, अखरोट और अलसी के बीजों में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड और विटामिन E होता है. ये दिमाग को तेज़ बनाता है और सूजन को कम करता है. अंडे की ज़र्दी में कोलीन पाया जाता है. ये मेमोरी और मूड को बेहतर करने में मदद करता है. 

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दही पाचन सुधारता है और इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है. दिमाग की सेहत के लिए साबुत अनाज और फाइबर वाली चीज़ें बहुत फायदेमंद होती हैं. ये धीरे-धीरे पचते हैं और दिमाग को लगातार एनर्जी देते रहते हैं. जौ, रागी, ज्वार, बाजरा और ओट्स इसके अच्छे सोर्स हैं.

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डायबिटीज़ के मरीज़ों को मीठे फल, जैसे आम, अंगूर और केले सीमित मात्रा में खाने चाहिए (फोटो: Freepik)

क्या किसी व्यक्ति को इनमें से किसी चीज़ से परहेज़ करना चाहिए?

किडनी की बीमारी वाले लोगों को दालें, राजमा, ज़्यादा मेवे और बीज से परहेज़ करना चाहिए. इनमें पोटैशियम और प्रोटीन ज़्यादा होता है, जिसे शरीर से बाहर निकालना किडनी के लिए मुश्किल हो जाता है. दिल और दिमाग के लिए फल बहुत अच्छे हैं. लेकिन डायबिटीज़ के मरीज़ों को मीठे फल, जैसे आम, अंगूर और केले सीमित मात्रा में खाने चाहिए. हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीज़ों को ज़्यादा नमक वाली चीज़ें, जैसे अचार, पापड़ और नमकीन स्नैक्स से बचना चाहिए. इसके बजाय हल्दी, अदरक और लहसुन जैसे मसालों से खाने का स्वाद बढ़ा सकते हैं. 

जिन्हें दूध से एलर्जी है, वो दूध और दही के बजाय छाछ या सोया दूध ले सकते हैं. जिन्हें मछली से एलर्जी है, वो उसकी जगह अखरोट या अलसी के बीज खा सकते हैं. दिल के मरीज़ों को तली-भुनी चीज़ों और रेड मीट जैसे मटन से परहेज़ करना चाहिए. नॉनवेज खाने वाले लोग कम फैट वाले प्रोटीन, जैसे मछली और चिकन ले सकते हैं. वहीं वेजिटेरियन लोग दालें और पनीर जैसे प्रोटीन सोर्स खाने में शामिल कर सकते हैं.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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