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हाथों, बालों में लगने वाली मेहंदी से लिवर के घाव भी ठीक हो सकते हैं?

अगर लिवर पर घाव बढ़ते जाएं, तो वो ठीक से काम नहीं कर पाता. आगे चलकर, व्यक्ति को लिवर कैंसर भी हो सकता है.

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जापानी साइंटिस्ट्स की ये रिसर्च लिवर के मरीज़ों को खुश कर देगी

क्या आपने बालों पर कभी मेहंदी लगाई है? अच्छा, हाथों पर तो पक्का लगाई होगी.

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अब हाल-फिलहाल में एक रिसर्च हुई है, जिससे पता चला है कि मेहंदी आपके लिवर के लिए भी फ़ायदेमंद है!

जापान की ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने एक स्टडी की है. ये Biomedicine & Pharmacotherapy नाम के जर्नल में छपी है. इससे पता चला है कि मेहंदी में ऐसे तत्व होते हैं, जो लिवर फाइब्रोसिस को ठीक कर सकते हैं. लिवर फाइब्रोसिस लिवर पर होने वाला घाव है, जिससे लिवर के काम करने की क्षमता घट जाती है. यहां तक कि लिवर में कैंसर तक हो सकता है.

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liver fibrosis
लिवर फाइब्रोसिस लिवर पर होने वाला एक घाव है 

जो लोग ज़्यादा शराब पीते हैं, फैटी फूड्स खाते हैं या जिन्हें हेपेटाइटिस B या C है, उन्हें लिवर फाइब्रोसिस होने का रिस्क ज़्यादा है.

इस स्टडी में और क्या-क्या पता चला है, और क्या अब लिवर फाइब्रोसिस का इलाज पूरी तरह मुमकिन होने वाला है? ये जानेंगे आज. डॉक्टर से समझेंगे कि लिवर फाइब्रोसिस क्या होता है. क्या वाकई मेहंदी से लिवर को हुए नुकसान, जैसे लिवर फाइब्रोसिस को ठीक किया जा सकता है. मेहंदी में ऐसा क्या होता है, जो इसे सेहत के लिए फ़ायदेमंद बनाता है. और, लिवर फाइब्रोसिस से बचाव और इलाज का मौजूदा तरीका क्या है. 

लिवर फाइब्रोसिस क्या होता है?

ये हमें बताया डॉक्टर शरनकुमार नरुटे ने. 

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डॉ. शरनकुमार नरुटे, डायरेक्टर, लिवर ट्रांसप्लांटेशन, मेडिकवर हॉस्पिटल, नवी मुंबई

लिवर या किसी भी अंग में चोट लगने और ठीक होने के बाद, उसके कुछ हिस्से में फाइब्रोसिस हो सकता है. ये चोट की गंभीरता पर निर्भर करता है. जैसे शरीर पर स्कार (निशान) पड़ता है, ठीक वैसे ही अंगों पर भी निशान पड़ते हैं. इस स्कार या निशान को ही फाइब्रोसिस कहते हैं. 

जब भी लिवर को चोट लगती है, तो उसमें सूजन आ जाती है. अगर गहरी चोट है, तो फाइब्रोसिस का रिस्क रहता है. शराब पीने वालों में लिवर फाइब्रोसिस हो सकता है. हेपेटाइटिस B और C इंफेक्शन होने पर भी ऐसा हो सकता है. ऑटोइम्यून बीमारी से जूझ रहे लोगों में भी ये दिक्कत हो सकती है. फैटी लिवर भी धीरे-धीरे फाइब्रोसिस या स्कारिंग में बदल सकता है.

क्या मेहंदी से लिवर फाइब्रोसिस ठीक हो सकता है?

एक स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने चूहों को हीना दी. इससे ये उनके खून में पहुंची. फिर चूहों की टेस्टिंग की गई. 

यानी एक बात तो तय है, हीना चूहों के शरीर पर नहीं लगाई गई. इस स्टडी को देखकर अगर आप हाथ पर मेहंदी लगाकर सोचेंगे कि लिवर फाइब्रोसिस ठीक हो जाएगा, तो ऐसा नहीं है. 

स्टडी में देखा गया कि हीना में मौजूद एक खास तत्व चूहों को देने से लिवर फाइब्रोसिस कम होता है. इस कंपाउंड को शरीर के ऊपर लगाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. इसे नसों के ज़रिए लेना या फिर खाना पड़ता है.

फाइब्रोसिस ख़राब टिशू (ऊतक) होता है. इसे पूरी तरह ठीक करना मुश्किल होता है. अगर रिसर्चर्स को ऐसा कुछ मिला है, जिससे फाइब्रोसिस ठीक हो सकता है, तो ये बहुत अच्छी बात है.

स्टडी में लिखा है कि इस पर और ज़्यादा रिसर्च की ज़रूरत है, ताकि इसे दवाइयों में मिलाकर लिवर फाइब्रोसिस ठीक किया जा सके. ये एक अच्छी पहल है, इस तरह की और स्टडीज़ होनी चाहिए.

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मेहंदी में लॉसन नाम का तत्व होता है, जो खास फायदा पहुंचाता है (फोटो: Freepik)

मेहंदी में ऐसा क्या होता है, जो सेहत के लिए फ़ायदेमंद है?

रिसर्चर्स ने मेहंदी में एक ऐसा तत्व पहचाना है, जो शरीर को फ़ायदा पहुंचा सकता है. ये तत्व एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. इसका नाम लॉसन है. स्टडी में इसी तत्व पर फोकस किया गया है. इसके फ़ायदों को पूरी तरह समझने के लिए और रिसर्च की ज़रूरत है. तब तक लिवर फाइब्रोसिस से बचने के लिए शराब छोड़ दें. अपना वज़न कम करें. हेपेटाइटिस B और C इंफेक्शन के लिए दवाएं लें. एक हेल्दी लाइफस्टाइल जिएं. लिवर को बचाने का यही तरीका है.

लिवर फाइब्रोसिस का इलाज क्या है?

- लिवर खुद को ठीक करने वाला अंग है

- फाइब्रोसिस होने के बाद भी वो ठीक हो सकता है

- इसके लिए दवाई लेने की ज़रूरत पड़ती है

- लेकिन, सबसे पहले लिवर के डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है

देखिए, हम हमेशा कहते हैं. इलाज से बेहतर है बचाव. लिवर फाइब्रोसिस से बचना है, तो शराब पीना एकदम बंद कर दीजिए. ज़्यादा फैट वाली चीज़ें न खाइए. वज़न कंट्रोल में रखिए. और अगर हेपेटाइटिस B या C है, तो उसका पूरा इलाज कराइए. 

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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