The Lallantop

सर्दियों में खूब खाइए सूजी से बनी चीज़ें, फायदे में रहेंगे

सूजी में प्रोटीन और फाइबर होता है. ये दोनों ही शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है. सूजी जितनी टेस्टी होती है, उतने ही इसके फायदे भी होते हैं. ये हमें बताया डाइटिशियन देबजानी बनर्जी ने.

post-main-image
सूजी को रवा भी कहते हैं

आप सबने कभी न कभी सूजी ज़रूर खाई होगी. कभी उसका मीठा हलवा बनाया होगा. कभी उपमा खाया होगा. साउथ इंडियन खाने के फैन हैं तो रवा-इडली और रवा-डोसे का स्वाद भी ले चुके होंगे.

upma
सूजी से बना उपमा.

सूजी जितनी टेस्टी होती है, उतने ही इसके फायदे भी होते हैं. क्या हैं सूजी खाने के फायदे? ये हमें बताया डाइटिशियन देबजानी बनर्जी ने. 

debjani banerjee dietician
देबजानी बनर्जी, डाइटिशियन, पीएसआरआई हॉस्पिटल, नई दिल्ली
सूजी में प्रोटीन और फाइबर

डाइटिशियन देबजानी कहती हैं कि सूजी में प्रोटीन और फाइबर होता है. ये दोनों ही शरीर के लिए बहुत ज़रूरी हैं. दरअसल, प्रोटीन खाने से मांसपेशियां मज़बूत होती हैं. हड्डियों को पोषण मिलता है. इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है. शरीर में नए सेल्स बनते हैं और पुराने सेल्स की मरम्मत होती है. वहीं फाइबर खाने से हाज़मा दुरुस्त रहता है और कब्ज़ की शिकायत दूर होती है.

सर्दियों में कब्ज़ बहुत ही आम समस्या है. लेकिन, जब आप सूजी से बनी कोई चीज़ खाते हैं. तब कब्ज़ होने का रिस्क घटता है.

कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होता है

सूजी कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट का भी अच्छा सोर्स है. कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट में फाइबर ज़्यादा होता है. और, जिस भी चीज़ में ज़्यादा फाइबर होगा, वो पचने में समय लेगी. इस वजह से फाइबर वाली चीज़ें खाने से पेट देर तक भरा रहता है. इससे आप ओवरईटिंग नहीं करते और वज़न घटाने में मदद मिलती है.

धीरे पचने की वजह से कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज़ को खून में धीरे-धीरे छोड़ता है. इससे शरीर को लगातार एनर्जी मिलती रहती है. लिहाज़ा, अगर आपको तुरंत या लंबे वक्त तक एनर्जी चाहिए तब सूजी खाना एक अच्छा ऑप्शन है.  

semolina
सूजी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इम्यूनिटी मज़बूत रखते हैं
सूजी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं

सूजी में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्री रेडिकल्स को स्थिर बनाते हैं. उन्हें न्यूट्रिलाइज़ कर देते हैं. असल में, फ्री रेडिकल्स शरीर के सेल्स और डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं. वहीं, एंटीऑक्सीडेंट्स इन फ्री रेडिकल्स को स्टेबल बनाते हैं ताकि सेल्स को नुकसान न पहुंचे. और, कैंसर व दूसरी बीमारियां होने का रिस्क घट जाए.

अगर फ्री रेडिकल्स हमारे सेल्स को नुकसान पहुंचाएंगे तो इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाएगा. इससे सर्दियों में होने वाली बीमारियां, जैसे खांसी-जुकाम और फ्लू वगैरा का खतरा बढ़ जाता है. मगर, सूजी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऐसा नहीं होने देते और शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत बनाए रखते हैं.

सूजी में मैग्नीशियम होता है

सूजी खाने से दिल को भी फायदा पहुंचता है. इसमें मैग्नीशियम होता है. ये दिल की धड़कन को स्थिर बनाए रखता है और खून की नलियों को आराम देता है. ये ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है ताकि दिल पर कम दबाव पड़े. और, वो सही से काम करता रहे.

ये लोग न खाएं सूजी

हालांकि जिन्हें ग्लूटन सेंसेटिविटी है. या सीलिएक डिज़ीज़ है. उन्हें सूजी नहीं खानी चाहिए. क्योंकि सूजी में ग्लूटेन होता है. इससे उनके पेट में दिक्कत हो सकती है.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

वीडियो: सेहतः सफर पर निकल रहे हैं तो इन दवाओं को अपने साथ ज़रूर रखें