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फरीदाबाद में मेट्रो स्टेशन पर आतंकी गिरफ्तार हुआ?

वीडियो को लोग आतंकवादी की गिरफ्तारी बताकर शेयर कर रहे हैं.

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वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट.
दावा

फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन से आतंकी गिरफ्तार. इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. 26 सेकेंड के इस वीडियो में वर्दी पहने कुछ जवान एक शख्स की तरफ बंदूक ताने हुए हैं. मेट्रो के अंदर बैठे लोग इस घटनाक्रम को देख रहे हैं और इनमें से कुछ लोग वीडियो भी बना रहे हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में थोड़ी देर बाद एक महिला कहती है,

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‘नहीं, ये न कई दिन से अनाउंस हो रहा था कि फरीदाबाद में आतंक गतिविधि हो रही है. आज पूरी फोर्स लगी हुई है.’

फेसबुक यूज़र मोहित कुमार ने वायरल वीडियो शेयर कर लिखा,

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फरीदाबाद में एक आतंकी गिरफ्तार. फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन.

फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

ट्विटर यूज़र यमुनाशंकर पाण्डेय ने वायरल वीडियो ट्वीट कर कैप्शन दिया, (आर्काइव)

फरीदाबाद में बाटा मेट्रो स्टेशन पर आज एक बहुत बड़े आतंकी हमले को अपने फौजी भाइयों ने नाकाम कर  उस आतंकी को गिरफ्तार किया, देखना ये भी इस्लामिस्ट ही होगा स्योर है.
जयहिन्द, #जयहिन्दकीसेना

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पड़ताल 


वायरल वीडियो का सच जानने के लिए 'दी लल्लनटॉप' ने पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला.

वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने फेसबुक पर की-वर्ड्स की मदद से सर्च शुरू की. सर्च से हमें फेसबुक पेज Hunkar24x7 पर वायरल वीडियो मिला. 25 जून को शेयर हुए इस वीडियो का कैप्शन है,

फरीदाबाद में मेट्रो स्टेशन पर आतंकी पकड़े जाने वाली वीडियो वायरल हो रही है. वास्तव में यह विडियो मेट्रो की सुरक्षा में लगे सीआईएसफ के द्वारा की गई मॉक ड्रिल यानी (अभ्यास) का हिस्सा है. वीडियो को गलत तरीके से ना फैलाएं. अफवाह फैलाने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सुबे सिहं, पीआरओ फरीदाबाद पुलिस

वायरल वीडियो को लेकर फरीदाबाद पुलिस ने 26 जून 2022 को ट्वीट कर लिखा, 


पहले सच जानो फिर लिखो. यह वीडियो, सीआईएसफ द्वारा की गई मॉक ड्रिल का हिस्सा है. सच्चाई जाने,अफवाह ना फैलाएं.
#नीम_हकीम_खतरा-ए-जान  

वीडियो के बारे में PIB Fact Check ने भी ट्वीट किया है. PIB ने इस वीडियो को CISF की मॉक ड्रिल बतााया है.

इन सबके अलावा फरीदाबाद की स्थानीय मीडिया ने भी वायरल वीडियो को CISF की नियमति रूप से होने वाली मॉक ड्रिल का हिस्सा बताया है.

पड़ताल

हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ. वायरल वीडियो फरीदाबाद में CISF की मॉक ड्रिल का एक हिस्सा है, जिसे लोग असल घटना मानक शेयर कर रहे हैं.

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