वायरल दावा.
दावा
करोना वायरस से जुड़ी कई गलत जानकारियां और दावे सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं. ऐसा ही एक दावा पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर के नाम पर किया जा रहा है. दावे के मुताबिक, सचिन ने कहा है,
कोरोना वायरस एक महामारी है जो मांसाहार खाने से हुई है. तो स्कूल कॉलेज मॉल ही बंद क्यों? तमाम मीट मांस की दुकानें बंद होनी चाहिए.
बोलते नहि.....और बोलते है तो पुरा तोलकर
गेंद सिमा रेखा से बाहर दर्शक दिर्घा मे। Posted by Arun Yadav on Wednesday, 18 March 2020
अरुण यादव,
सैयद हाशिम अली जैसे यूजर्स ने फेसबुक पर ये दावा पोस्ट किया है(आर्काइव लिंक). इसे वॉट्सऐप, ट्विटर पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है.
पड़ताल
हमने इस दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में सचिन तेंदुलकर का नाम लेकर शेयर की जा रही कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी गलत पाई गई. सचिन ने नहीं कहा है कि कोरोना वायरस मांसाहार खाने से हुआ है. दावे की पड़ताल के लिए हमने अलग-अलग कीवर्ड इस्तेमाल कर इंटरनेट पर खबरें खोजीं. लेकिन कोई भी ऐसी जानकारी, कोई भी ऐसी रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें सचिन ने मीट की दुकान बंद करने की बात कही हो. इससे उलट, कोरोना वायरस से बचाव की जानकारियां सचिन ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की हैं. 18 मार्च को ट्वीट किए वीडियो में वो कोरोना वायरस से बचने के कदम बता रहे हैं. इस ट्वीट में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय को भी टैग किया गया है.
17 मार्च को भी सचिन ने कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देता वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में सचिन ने 20 सेकंड तक हाथ धोकर दिखाए थे. इस ट्वीट में उन्होंने UNICEF और WHO को टैग किया था साथ ही #SafeHandChallenge भी पोस्ट किया था.
यही दोनों वीडियो सचिन के
इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी मौजूद हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार ने भी स्पष्ट किया है कि मांस या अंडे खाने से कोरोना वायरस नहीं होता, बशर्ते वो अच्छी तरह से पकाए गए हों.
नतीजा
कुल मिलाकर ऐसी कोई भी खबर या जानकारी पब्लिक डोमेन में नहीं है कि सचिन ने कोरोना वायरस को मांसाहार खाने से हुई महामारी बताया हो. और साथ ही मीट की दुकानें बंद करने से जा रहा दावा पूरी तरह से झूठ है अगर आपको भी किसी ख़बर पर शक है तो हमें मेल करें- padtaalmail@gmail.com पर. हम दावे की पड़ताल करेंगे और आप तक सच पहुंचाएंगे.