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बलूचिस्तान में RSS ने निकाली तिरंगा यात्रा? वीडियो शेयर करने से पहले सच जान लें

बलूचिस्तान, भगौलिक तौर पर पाकिस्तान का हिस्सा है. कहा जा रहा है कि बलूचिस्तान इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS का 'पथ संचलन' हो रहा है.

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बलूचिस्तान में उठते विद्रोह के स्वरों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

बलूचिस्तान में उठते विद्रोह के स्वरों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा’ की धुन पर एक बैंड को परफॉर्म करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो को बलूचिस्तान का बताया जा रहा है. बलूचिस्तान, भगौलिक तौर पर पाकिस्तान का हिस्सा है. कहा जा रहा है कि बलूचिस्तान इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS का “पथ संचलन” हो रहा है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिलीप सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा, 

‘बलूचिस्तान में RSS का पद संचलन. आपने नाम सुना होगा RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ. ये आजकल बलूचिस्तान में एक्टिवेट हो गया है देखिए.”

वीडियो को X पर कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किए हैं जिनके पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.

पड़ताल

तो क्या है इस वीडियो की सच्चाई? क्या वायरल वीडियो बलूचिस्तान का है? इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया. हमें Surat Urban News के पेज पर 14 मई को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते कुछ दृश्य नज़र आ रहे हैं. इसके कैप्शन में लिखा है, 

“सूरत में राष्ट्र की रक्षा करने वाले सैनिकों के सम्मान में तिरंगा यात्रा का आयोजन. यह यात्रा भागल चार रास्ता से चौक बाजार गांधी प्रतिमा तक निकाली गई.”

इसी जगह का बताकर कई अन्य यूजर्स ने फेसबुक पर भी वीडियो पोस्ट किए हैं जिनमें वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है.

इससे मदद लेते हुए हमने गूगल पर कुछ गुजराती कीवर्ड सर्च किए. हमें VTV Gujarati News के फेसबुक पेज पर 14 मई को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इसमें भी वायरल वीडियो का हिस्सा नज़र आ रहा है. यहां गुजराती में लिखे कैप्शन के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद सूरत में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया. कैप्शन के ही मुताबिक, यह यात्रा केंद्रीय मंत्री सी आर पाटिल के नेतृत्व में भागल इलाके में निकाली गई जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा युवाओं ने हिस्सा लिया.

इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 15 मई को छपी रिपोर्ट में भी इस यात्रा का जिक्र है. रिपोर्ट में बताया गया है कि यात्रा का एक खास आकर्षण था सैफी स्काउट संगीत बैंड, जोकि दाऊदी बोहरा समुदाय से हैं.

इसके अलावा हमें ऑपरेशन सिंदूर के बाद बलूचिस्तान में RSS के तिरंगा यात्रा निकालने पर कोई प्रमाणिक रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें इस वीडियो का जिक्र हो.

नतीजा

कुल मिलाकर, बलूचिस्तान में RSS द्वारा तिरंगा यात्रा निकाले जाने का वीडियो भ्रामक दावे से शेयर हो रहा है. असल में यह यात्रा गुजरात के सूरत में 14 मई को निकाली गई थी.

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