28 जून को Nawazuddin Siddiqui की फिल्म Rautu Ka Raaz रिलीज़ होने वाली है. फिल्म आने से पहले वो लगातार मीडिया को इंटरव्यूज़ दे रहे हैं. एक इंटरव्यू में उनसे इंडस्ट्री के सबसे हालिया हॉट टॉपिक पर सवाल किया गया, कि क्या फिल्म इंडस्ट्री में सुधार लाने के लिए एक्टर्स की फीस कम करने की ज़रूरत है. बीते कुछ दिनों से इंडस्ट्री के कई लोग इस बात पर ऐतराज़ जता चुके हैं कि स्टार्स के नखरों की वजह से फिल्म का बजट कई गुना बढ़ जाता है. हिंदुस्तान टाइम्स के इंटरव्यू में नवाज़ से इस बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा:
'5 वैनिटी वैन, कोई पागल ही होगा, एक्टर्स पर भड़के नवाज़, बोले- इनकी नवाबी...
Nawazuddin Siddiqui के अलावा Anurag Kashyap और Anil Kapoor भी स्टार्स की भारी-भरकम फीस के खिलाफ बोल चुके हैं.

ये आज से नहीं, बहुत पहले से होता आ रहा है. एक्टर्स बहुत गैर-ज़रूरी किस्म की डिमांड करते हैं, उन्हें सब कुछ आलीशान चाहिए. मैंने सुना है कि कुछ एक्टर्स के पास पांच वैनिटी वैन हैं – एक जिम के लिए, एक खाना बनाने के लिए, एक खाने के लिए, एक नहाने के लिए, अपनी लाइन प्रैक्टिस करने के लिए और क्या कुछ. ये पागलपन है. कोई पागल ही होगा जो पांच वैनिटी वैन लेकर चलता है.
उन्होंने आगे जोड़ा:
कोई भी एक्टर प्रोडक्शन का खर्चा क्यों बढ़ाना चाहेगा? ये सरासर गलत है. उसकी जगह फिल्म में पैसा लगाओ. वो ज़्यादा बेहतर होगा. जो इन नवाबों के शौक हैं वो तो फिल्म में नवाबों के भी नहीं होंगे.
नवाज़ इकलौते एक्टर नहीं जिन्होंने इस सिस्टम को कॉल आउट किया हो. ETimes के एक इंटरव्यू में अनिल कपूर से पूछा गया कि वो नए एक्टर्स को क्या सलाह देना चाहेंगे. उन्होंने कहा:
मैं एक्टर्स और एक्ट्रेसेज़ से कहना चाहूंगा कि अपनी फीस घटा लें. अगर वो सेंसिबल हैं तो अपनी फीस कम कर लेंगे. अगर आप चाहते हैं कि आपका करियर 30-40 साल चले तो अपनी फीस को लेकर थोड़ा सेंसिबल रहिए. लंबी रेस खेलनी है तो समझदार बनो. और जब कभी प्रोड्यूसर की हालत खराब हो तो अपना पैसा छोड़ भी दो.
बाकी अनुराग कश्यप ने बॉलीवुड बबल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि ओटीटी के आने के बाद ये काम बिगड़ा है. उनका कहना था:
माहौल थोड़ा खराब हो गया है. ये ओटीटी आने के बाद से हो गया है. काम सब करते हैं और सब को काम के हिसाब से पैसे मिलने चाहिए. एक्टर्स को ज़्यादा पैसे मिलते हैं क्योंकि उनकी खराब फिल्म भी अच्छी ओपनिंग लेती है. आप सलमान खान को देखिए. उनकी खराब फिल्म को भी अच्छी ओपनिंग मिल ही जाती है. अगर आप फिल्म ओपन कर सकते हो तो पैसे ले लो. तो उसमें कोई दिक्कत नहीं है. पहले ऐसा ही था. अभी एक्टर्स से ज़्यादा प्रोड्यूसर्स भी गलती कर रहे हैं. प्रोड्यूसर्स स्टार्स को लेकर आते हैं. उनकी कोई भी डिमांड पूरी करते हैं. इस वजह से एक्टर का एनटुराज इतना बड़ा हो जाता है. एक आदमी जो हेयर और मेकअप करने आता है, वो 70 से 75 हज़ार रुपये लेता है. अगर आप उनकी कॉस्ट कैल्कुलेट करो तो कैमरामैन से ज़्यादा पैसा वो आदमी कमाता है जो आकर हीरो का पसीना पोंछता है. ये सिर्फ लोग इंडिया में और हॉलीवुड की कुछ बड़ी फिल्मों में झेलते हैं. बाकी और कहीं ये बर्दाश्त भी नहीं किया जाता.
लोगों का मानना है कि इंडस्ट्री में करेक्शन लाने के लिए स्टार्स की फीस कंट्रोल करनी बहुत ज़रूरी है. बहुत फिल्मों के केस में आधा बजट सिर्फ एक्टर की फीस में जा रहा है. इंडस्ट्री की गिल्ड इस पर कोई फैसला लेती है या नहीं, ये देखना होगा.
वीडियो: Nawazuddin Siddiqui ने क्यों कहा Anurag Kashyap दोस्त नहीं, घंटों बिना बात किए साथ बैठ सकते हैं