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सूरज पंचोली ने बताया, उन्हें भी उसी अंडा सेल में रखा गया था, जिसमें अजमल कसाब कैद था

पुलिस ने सूरज पंचोली को जिया खान सुसाइड केस में अरेस्ट किया था. उस वक्त वो 21 साल के थे.

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सूरज ने 2015 में 'हीरो' फिल्म से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था.

Sooraj Pancholi अपने 10 साल के फिल्मी करियर में मात्र 4 फिल्में कर पाए हैं. उनकी इतनी कम फिल्में करने की सबसे बड़ी वजह रही एक कॉन्ट्रोवर्सी है. वो कॉन्ट्रोवर्सी है, Jiah Khan Suicide Case. वो इस केस में आरोपी बनाए गए थे, जिसके लिए उन्हें जेल तक जाना पड़ा था. हाल ही में उन्होंने अपने जेल जाने के अनुभवों पर बात की. सूरज ने हालिया इंटरव्यू में बताया कि उन्हें उसी अंडा सेल में रखा गया था, जिसमें 26/11 आतंकी हमले का दोषी Ajmal Kasab रहा करता था.  

सूरज इस वक्त अपनी फिल्म 'केसरी वीर' का प्रोमोशन कर रहे हैं. जो कि थिएटर्स में लग चुकी है. इसी दौरान वो हिन्दी रश पॉडकास्ट पर भी गए. इसी बातचीत में उन्होंने अपने जेल के दिनों को याद करते हुए कहा,

"सब कुछ धुंधला-सा लगता है. उस वक्त मैं सिर्फ 21 साल का लड़का था. मुझे आर्थर रोड जेल भेजा गया और अंडा सेल में रखा गया. उसी सेल में, जहां कसाब को रखा गया था. मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया गया, जैसे मैंने कोई बॉम्ब ब्लास्ट किया हो."

अंडा सेल एक हाई-सिक्योरिटी कोठरी होती है, जो अंडे के आकार का होता है. देश की सेंट्रल जेलों में ये बंदोबस्त है. इस कोठरी को ऐसे तैयार किया जाता है कि खतरनाक कैदी या उन कैदियों पर नजर रखी जा सके, जिनके भागने से बड़ा नुकसान हो सकता हो. अंडा सेल में रौशन भी बेहद कम होती है. दिन में रात जैसा महसूस होता है. उन्हें जेल में बंद दूसरे कैदियों से मिलने भी नहीं दिया जाता. न उन्हें लाइब्रेरी या कैंटीन जाने की परमिशन होती है. बताया जाता है कि इस सेल में बंद कैदियों की मानसिक स्थिति तक खराब हो जाती है. 

ख़ैर, जब सूरज पंचोली ने इस बारे में बात शुरू की, तो उनकी PR टीम के लोग उन्हें रोकने की कोशिश करने लगे. मगर सूरज ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए कहा,

"मुझे कहने दो. ये सच है. अब जो है, सो है."

सूरज ने अपनी बातचीत में आगे जोड़ा,

"उन्होंने मुझे वहां रखा, जहां कसाब को रखा था. मेरे पास तकिया तक नहीं था. मैं अखबार बिछाकर सोता था. मेरे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया, जैसे मैंने कोई बड़ा जुर्म किया हो. मैं बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बता रहा. मुझे ये सब समझने में चार-पांच साल लग गए कि असल में मेरे साथ क्या हुआ था. जब ये सब हो रहा था, तो ऐसा लग रहा था जैसे कोई डरावना सपना हो. फिर CBI जांच हुई... वो समय बहुत मुश्किल भरा था."

सूरज इस मामले के लिए करीब 22 दिनों तक जेल में रहे थे. 2018 में उन पर जिया खान को सुसाइड करने के लिए उकसाने का केस किया गया था. 10 सालों तक वो कोर्ट-कचहरी ही करते रहे. मगर 2023 में CBI की स्पेशल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में उन्हें इस केस से बरी कर दिया. जहां तक फिल्मों की बात है, कुछ दिन पहले ही उनकी 'केसरी वीर' रिलीज हुई है. इसे प्रिंस धीमन और कनुभाई चौहान ने मिलकर डायरेक्ट किया है. इसमें सूरज के अलावा सुनील शेट्टी, विवेक ओबेरॉय और आकांक्षा शर्मा जैसे कलाकारों ने भी काम किया है. 

वीडियो: सुशांत केस: सूरज पंचोली ने अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर ब्लैक इमेज क्यों लगा दी है?