नाम है सृजना गुम्मला.
ग्रेटर विशाखापटनम म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की कमिश्नर हैं. बच्चे को जन्म देने के 22 दिन बाद ही ड्यूटी पर वापस लौट आईं. क्योंकि लॉकडाउन घोषित हो गया था, और उनकी सर्विसेज की ज़रूरत थी. उनसे पूछा गया कि वो कैसे मैनेज कर रही हैं अपना काम और अपने बच्चे की देखभाल. तो उन्होंने बताया कि उन्हें अपने पति और सास से पूरा सपोर्ट मिल रहा है.

जब वो पहले दिन बच्चे को लेकर ऑफिस पहुंचीं, तब उनकी बहुत तारीफ हुई. वह अपनी और बच्चे की सेफ्टी का पूरा ध्यान रख रही थीं, लेकिन लोगों ने उनसे गुजारिश की कि बच्चे को घर पर छोड़कर आएं. दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के अनुसार, सृजना अब अपने बेटे को घर पर ही छोड़कर ऑफिस आ रही हैं. हर चार घंटे में घर जाकर उसे दूध पिला आती हैं. इसके बीच उनके वकील पति बच्चे का ध्यान रखते हैं.
लॉकडाउन में नगर निगम जरूरी सर्विसेज में आता है. लोगों को पीने के लिए साफ़ पानी उपलब्ध कराना, और शहर की साफ़-सफाई का काम बंद नहीं किया जा सकता. इस वजह से वहां के अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं. सिर्फ विशाखापटनम में ही नहीं, बल्कि बाक़ी जिलों में भी.
IAS एसोसिएशन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी सृजना की तारीफ़ में ट्वीट किया:
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