The Lallantop

'जवान' में शाहरुख के मास्क का इतिहास जान लीजिए

'जवान' का प्रीव्यू जब रिलीज़ हुआ तो लोगों ने कहा एटली ने साल 2005 में आई 'अपरिचित' फिल्म से इस मास्क को कॉपी किया है. लेकिन शाहरुख के लगाए इस मास्क का एक कनेक्शन वेनिस से भी है.

Advertisement
post-main-image
शाहरुख खान 'जवान' फिल्म में मास्क पहने हुए.

07 सितंबर को शाहरुख की 'जवान' रिलीज़ हुई थी. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगातार नोट छाप रही है. 12 दिनों बाद इसने वर्ल्ड वाइड 900 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है. फिल्म के एक्शन सीन्स से लेकर इसके डायलॉग्स तक और एटली के डायरेक्शन से लेकर शाहरुख के लुक्स की खूब चर्चा है. थिएटर में SRK फैन्स मुंह पर पट्टी बांध कर और   शाहरुख जैसा मास्क लगाकर पिक्चर देखने आ रहे हैं. मगर शाहरुख के इस मास्क की अलग कहानी है. आइए विस्तार से बात करते हैं.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

'जवान' का प्रीव्यू जब रिलीज़ हुआ तो लोगों ने कहा एटली ने साल 2005 में आई 'अपरिचित' फिल्म से इस मास्क को कॉपी किया है. नीचे तस्वीर में आप दोनों स्टार्स की दोनों मास्क में फोटोज़ भी देख सकते हैं. लेकिन शाहरुख के लगाए इस मास्क का एक कनेक्शन वेनिस से भी है.

'जवान' फिल्म सोशल एजेंडे पर बात करती है. देश में मेडिकल सेक्टर में होने वाली धांधली, किसानों पर होने वाले अत्याचार, चुनाव, और गैस लीक जैसी ट्रजेडी को कवर करने की कोशिश की गई है. शाहरुख का किरदार 'आज़ाद' इन सभी मुद्दों को पिरोता हुआ सरकार और अथॉरिटीज़ से सवाल करता है. इन्हीं में से एक मुद्दे पर काम करते हुए वो हाफ मास्क पहनता है.

Advertisement

मास्क की इस कहानी को 'द पेपरक्लीप' ने एक्सप्लेन किया है. 16 ट्वीट्स की इस थ्रेड में बताया गया है कि कैसे 'जवान' में शाहरुख के द्वारा इस्तेमाल किया हुआ मास्क सोशल गैप्स को भरने का काम करता है. नीचे हम आपको इसी थ्रेड के माध्यम से बताने की कोशिश करेंगे. ट्वीट है,

''जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि वेनिस के लोगों का मास्क से प्यार 13वीं सदी के पहले से चला आ रहा है. उसी वक्त इस मास्क का वेनिस में डेब्यू हुआ था. ये सिर्फ सजने-संवरने से ज़्यादा सोशल हायरार्की के विरोध के लिए था. जो उस वक्त वेनिस के गणतंत्र पर बहुत ज़्यादा हावी हो गई थी.''

दरअसल, 13वीं सदी के वेनिस में जात-पात, ऊंच-नीच, भेदभाव और अमीर-गरीब में फर्क माना जाता था. इसी भेदभाव को खत्म करने के लिए वहां के लोगों ने तय किया कि वेनिस में होने वाले कार्निवाल में सभी लोग मास्क लगाकर मिलेंगे. ताकि सभी एक बराबर हो जाएं. मास्क पहने लोगों का समूह ऊपरी वर्ग से विद्रोह करता नज़र आता था. मास्क पहनकर वो सभी लोग इस अपर और लोअर क्लास के बीच होने वाले भेदभाव का विद्रोह जताया करते थे.

Advertisement

कट टू 'जवान'. एटली के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म भी सरकार और अथॉरिटीज़ का विद्रोह करती है. उनके द्वारा अमीर और गरीब के बीच किए गए भेदभाव का विरोध करती है. मेकर्स ने इसी वजह से शाहरुख खान को मास्क पहनाया है. 13वीं सदी में जो लोग भेदभाव का विरोध किया करते थे वो चर्च या सरकार को अपनी आइडेंटिटी नहीं दिखाना चाहते थे. इसलिए वो अपने चेहरे पर मास्क लगाया करते थे. शाहरुख खान भी 'जवान' में अपनी पहचान छुपाकर देश में हो रहे अत्याचारों को उजागर करना चाहते थे. इसलिए उन्हें भी मास्क पहनाया गया है.

'जवान' में शाहरुख ने जो मास्क पहना है वो हाफ सिल्वर मास्क है. कोलम्बिना मास्क का वैरिएशन है. ये ओपेरा में इस्तेमाल किए जाने वाला मास्क है. जो चेहरे के सिर्फ ऊपरी हिस्से और आंखों को ढकता है. खैर, 'जवान' पर लौटें तो हमने फिल्म से जुड़ी कई स्पेशल कॉपीज़ की हैं, मूवी का रिव्यू भी किया है जिसे आप हमारी वेबसाइट दी लल्लनटॉप पर जाकर पढ़ सकते हैं.

Advertisement