The Lallantop

'सिकंदर' के पिटने पर पहली बार बोले मुरुगादास, कहा-"मेरा पोटेंशियल केवल..."

सलमान खान की फिल्म 'सिकंदर' के डायरेक्टर मुरुगादास ने फिल्म के फ्लॉप होने का सारा ठीकरा हिंदी भाषा पर फोड़ दिया.

Advertisement
post-main-image
हिन्दी में अक्षय कुमार के साथ बनाई गई उनकी 'हॉलीडे' फिल्म सक्सेसफुल रही थी. मगर ये उनकी ही तमिल फिल्म का रीमेक थी.

Salman Khan स्टारर Sikandar की बॉक्स ऑफिस पर बुरी गत हुई. इस फिल्म में उन्होंने Ghajini के डायरेक्टर A.R. Murugadoss के साथ काम किया था. इसलिए लोगों ने रिलीज से पहले ही इसे शत-प्रतिशत हिट मान लिया था. मगर जब फिल्म आई तो ऐसा कुछ नहीं हुआ. उल्टा इसे सलमान और मुरुगादास के करियर की सबसे बुरे कामों में गिना गया. ये फिल्म क्यों पिटी, इस पर अब डायरेक्टर ने पहली बार अपनी सफाई दी है. उनका मुताबिक, ‘सिकंदर’ इसलिए नहीं चली क्योंकि उन्होंने इसे अपनी मातृभाषा में नहीं बनाया था. और हिंदी उनका फर्स्ट लैंग्वेज नहीं है. 

Advertisement

सिनेमा विकटन नाम के यूट्यूब चैनल से हुई बातचीत में मुरुगादास ने कहा,

"जब कोई फिल्म मातृभाषा में बनाई जाती है, सिर्फ तभी उस समुदाय के व्यवहार, संस्कृति और दर्शकों की पसंद को सही ढंग से समझा जा सकता है. ऐसे में उन बातों को फिल्म में शामिल किया जा सकता है, जिससे दर्शकों से गहरा जुड़ाव बनता है. लेकिन जब फिल्म किसी दूसरी भाषा में बनाई जाती है, तो ऐसा कर पाना मुश्किल होता है."

Advertisement

मुरुगादास ने बताया कि हिन्दी में फिल्म डायरेक्ट करते वक्त उन्हें भाषा और कल्चर को समझने में दिक्कत आई थी. उनके मुताबिक,

"हम जो डायलॉग लिखते हैं, वो कई लेवल पर ट्रांस्लेट होते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि असली आइडिया क्या था? एक डायरेक्टर के तौर पर, जब तक आप किसी भाषा को अच्छी तरह नहीं समझते, तब तक आप फिल्म में इमोशन को ठीक तरह से नहीं उतार सकते. यही वजह है कि मेरा पूरा पोटेंशियल केवल मेरी मातृभाषा में बनी फिल्मों में ही सामने आ सकता है."

मुरुगादास ने बताया कि ‘सिकंदर’ की स्क्रिप्ट उन्होंने लिखी, जिसे इंग्लिश में ट्रांसलेट किया गया. उसके बाद उसका हिंदी अनुवाद हुआ है. इसलिए फिल्म की बहुत सारी बातें लॉस्ट इन ट्रांसलेशन हो गईं. रिलीज़ के बाद ‘सिकंदर’ की काफी ट्रोलिंग हुई. यहां तक कि लोगों ने इसे मुरुगादास की फिल्म मानने तक से इन्कार कर दिया. इसके उलट मुरुगादास की तमिल फिल्मों को देखें तो उन्होंने 'धीना', 'रामना', 'थुप्पक्की' और 'सरकार' जैसी सक्सेसफुल फिल्में बनाई हैं. हिन्दी में उनकी 'हॉलीडे' और 'गजनी' तो सफल रही. मगर ये उनकी तमिल फिल्मों का ही रीमेक थीं. जबकि 'अकीरा' और 'सिकंदर' बुरी तरह फेल हो गईं. यही नहीं, तेलुगु में महेश बाबू के साथ बनाई गई 'स्पायडर' भी बॉक्स ऑफिस पर एवरेज ही रही थी. 

Advertisement

वीडियो: सिकंदर का डिलीटेड सीन सोशल मीडिया पर वायरल, मेकर्स को ट्रोल करने लगे फैन्स

Advertisement