'अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ टाइम' एक बेस्टसैलर रही थी और अब तक उसकी एक करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिक चुकी हैं.
स्टीफन हॉकिंग ने अपनी उस किताब में लिखा था कि जिस किताब में जितने गणितीय समीकरण होते हैं उतना उस किताब की बेस्टसैलिंग होने की संभावना घटते जाती है. उन्होंने आगे कहा कि इसलिए ही इस किताब में केवल एक इक्वेशन है - ई इज़ इक्वल टू एम सी स्क्वायर. इस एक इक्वेशन का आज की तारीख़ यानी 14 मार्च से अजीब सा संयोग स्थापित हो गया है. पहले नहीं था अब हो गया है. वो है दो महान वैज्ञानिक जो इस इक्वेशन से जुड़े हुए हैं उनमें से एक का जन्मदिन -
अल्बर्ट आइंस्टीन (14 मार्च, 1879 – 18 अप्रैल, 1955), और दूसरे वैज्ञानिक की मृत्यु - स्टीफन हॉकिंग
(8 जनवरी, 1942 – 14 मार्च, 2018). कॉसमॉस, ग्रहों, ग्रेविटी, सितारों की बात करने वाले, टाइम को एक और आयाम मानने वाले दोनों वैज्ञानिक अपने अपने समय के सबसे 'ब्राइट माइंड' कहे जा सकते हैं - यानी अपने टाइम और स्पेस के सबसे ज़्यादा इल्यूमिनेशन करने वाले और क्या ही संयोग है कि कॉसमॉस और टाइम के हिसाब से दोनों कैसे एक दूसरे से जुड़ गए. एक का जन्म और एक की मृत्यु. गोया समय हमसे कह रहा हो - एनर्जी न उत्पन्न की जा सकती है, न नष्ट, बस ये अपना रूप बदलती रहती है, या फिर एनर्जी पदार्थ (मैटर) में और पदार्थ एनर्जी में बदलता है बस. आइए पढ़ते हैं बारह कोट्स इन वैज्ञानिकों के -
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