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क्या अक्षय कुमार पढ़कर डायलॉग बोलते हैं? भूमि पेडणेकर ने पूरी सच्चाई बता दी

Bhumi Pednekar ने कहा कि एक बार उन्होंने भी Akshay Kumar वाला प्रोसेस अपनाने की कोशिश की थी लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाईं.

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भूमि और अक्षय ने दो फिल्मों पर साथ काम किया है.

सोशल मीडिया पर Akshay Kumar को लेकर एक गॉसिप चलती रहती है. लोग लिखते हैं कि वो अपने डायलॉग याद नहीं करते. बल्कि सेट पर एक इंसान बड़े से बोर्ड पर डायलॉग लिखकर रखता है और अक्षय वहां से देखकर पढ़ते हैं. हाल ही में अक्षय की को-स्टार Bhumi Pednekar ने इस बात की सच्चाई बताई है. उन्होंने कहा कि अक्षय कुमार ऐसा करते हैं, लेकिन वो अपनी लाइनें याद कर के भी आते हैं. 

अक्षय और भूमि ने दो फिल्मों पर साथ काम किया है. पहली ‘टॉयलेट – एक प्रेम कथा’ है और दूसरी ‘रक्षा बंधन’ है. हाल ही में भूमि द लल्लनटॉप के प्रोग्राम बैठकी में बतौर गेस्ट आई थीं. वहां उनसे बातचीत में सौरभ द्विवेदी ने पूछा कि क्या वो अपने डायलॉग याद करती हैं. इस पर भूमि का कहना था,                 

मैं डायलॉग याद करने में बहुत बुरी हूं. तो मुझे बहुत मेहनत करनी होती है. दरअसल मैं बहुत-बहुत बार लिखती हूं. 

सौरभ ने दर्शक के सवाल को कोट कर के पूछा कि क्या कोई अक्षय कुमार की तरह बोर्ड लेकर खड़ा होता है क्या. यानी किसी बोर्ड पर डायलॉग लिखे हों और एक्टर वहां से पढ़कर बोल रहा हो. भूमि ने इस पर कहा कि ये भी एक कला है. आगे जोड़ा,

एक बार मैंने कोशिश की थी. वो भी आर्ट है. वास्तविकता में अक्षय सर अपनी लाइनें याद करते हैं. मैं उनसे पूछती हूं कि आप सहारा क्यों लेते हैं. उनका कहना था, ‘ताकि मैं उस पल में रहूं’. मैंने कहा कि ठीक है, ये उनका प्रोसेस है. 

भूमि ने बताया कि उन्हें ये प्रोसेस समझ नहीं आता. हालांकि एक बार उन्होंने भी ऐसा करने की कोशिश की थी. फिल्म थी ‘दुर्गामती’. अक्षय कुमार इस फिल्म के प्रेज़ेंटर थे. भूमि बताती हैं कि फिल्म में उनका एक लंबा-चौड़ा मोनोलॉग था. उन्होंने वो डायलॉग बोर्ड पर लिखवाकर बोलने की कोशिश की. लेकिन उनसे नहीं हुआ. भूमि ने आगे कहा कि उनके लिए ये असंभव था. उन्हें समझ नहीं आता कि अक्षय कुमार ऐसा कैसे कर लेते हैं. भूमि ने एक और मज़ेदार बात बताई. उनके मुताबिक अक्षय ने उनसे कहा था कि ‘द गॉडफादर’ वाले मार्लन ब्रांडो भी ऐसा करते थे.