Prabhas की बहुतप्रतीक्षित फिल्म Adipurush लंबे इंतज़ार के बाद सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुकी है. फिल्म को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. जिन लोगों ने फिल्म की अडवांस बुकिंग कर ली है, वो तो पिक्चर देखेंगे ही. मगर जिन लोगों ने टिकट बुक नहीं की है, वो कंफ्यूज़ हो रहे हैं कि पिक्चर देखें या नहीं. हम आपकी इस समस्या का निपटारा किए देते हैं. हमने ये पिक्चर देखी. हालांकि हमें मामला बिल्कुल पसंद नहीं आया. फिर भी हमने बहुत सिर धुना के 'आदिपुरुष' से संबंधित कुछ पॉज़िटिव बात निकालकर लाएं हैं, ताकि आपको पता चले कि पैसे खर्च करके ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं.
प्रभास की 'आदिपुरुष' को देखने की 3 बड़ी वजहें
हम बहुत सिर धुन के 'आदिपुरुष' से संबंधित कुछ पॉज़िटिव बात निकालकर लाएं हैं, ताकि आपको पता चले कि पैसे खर्च करके ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं.

1) अगर मायथोलॉजी जॉनर में कुछ देखना चाहते हैं
अगर आप रामायण टाइप का कुछ देखना चाहते हैं, तो 'आदिपुरुष' से निराश होंगे. मगर मायथोलॉजिक जॉनर से जुड़ा कुछ कॉन्टेंट देखना चाहते हैं, तो 'आदिपुरुष' आपके काम आ सकती है. बस ज़्यादा उम्मीदें लेकर मत जाइएगा. वरना खाली हाथ और खज्जल माथे के साथ लौटेंगे. जाइए एंजॉय करिए और वापस आइए.
2) अगर FOMO फील कर रहे हैं, तो देख सकते हैं 'आदिपुरुष'
रिलीज़ के बाद से प्रभास स्टारर 'आदिपुरुष' लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही है. लोग फिल्म को लेकर अपनी-अपनी राय ज़ाहिर कर रहे हैं. आप उस ट्रोलिंग या रायशुमारी में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं. FOMO यानी फीयर ऑफ मिसिंग आउट से जूझ रहे हैं, तो 'आदिपुरुष' देख सकते हैं.
3) इवेंट फिल्म के इंतज़ार में बहुत दिनों से सिनेमाघर में कुछ नहीं देखा
'पठान' इस साल की पहली बड़ी फिल्म थी. जो फिल्म फुल गाजे-बाजे के साथ आए. पब्लिक उसमें बहुत इंट्रेस्ट दिखाए. उसे इवेंट फिल्म बुला लिया जाता है. 'पठान' के बाद सलमान की 'किसी का भाई किसी की जान' आई. मगर वो माहौल नहीं बना पाई. इसलिए कई लोगों ने उसकी ओटीटी रिलीज़ का इंतज़ार करना बेहतर समझा. अब 'आदिपुरुष' आई है. इस फिल्म के आने से पहले इसके बारे में बहुत बात हो चुकी है. अगर आप भी सिनेमाघर जाने के लिए ऐसी किसी फिल्म का वेट कर रहे थे. तो जाइए देख आइए.
'आदिपुरुष' से बहुत उम्मीदें थीं. क्योंकि लंबे समय से इस फिल्म का इंतज़ार चल रहा था. मगर इसे देखने के बाद इतनी निराश होगी, ये किसी ने नहीं सोचा था. नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली कहावत यहां 100 टका चरितार्थ हो जाती है.
वीडियो: आदिपुरुष के किस डायलॉग पर इतना बवाल हुआ कि मेकर्स को वो हिस्सा हटाना पड़ा