अपनी बंबइया फिलिम इंडस्ट्री जो है, इसमें रोज थोक के भाव लड़के आते हैं. हीरो बनने. सपना होता है बड़ा सा. कि हीरो बनेंगे. तालियां मिलेंगी. लेकिन कुदरत की साजिश से वो विलेन बन जाते हैं. तालियों की जगह गालियां मिलने लगती हैं. लेकिन विलेन इंडस्ट्री में हीरो की तुलना में कम होते हैं. इसलिए उनका सिंहासन हिलने के चांसेज कम रहते हैं हीरो के मुकाबले. उसी तरह 50 साल से ज्यादा तक इंडस्ट्री में जमे रहे प्रेम चोपड़ा. 320 के आसपास पिच्चर बनाए हैं. ज्यादातर में गुंडा बने रहे. आज यानी 23 सितंबर को प्रेम चोपड़ा का हैप्पी बड्डे होता है. उनके बारे में छोटे में सब कुछ पढ़ना हो तो पांच पॉइंट्स में पढ़ जाओ.
1.
पार्टीशन के बाद मम्मी पापा शिमला आ गए. पापा की सरकारी नौकरी थी. इसलिए शुरुआती पढ़ाई वहीं हुई. पापा कहते थे बेटा डॉक्टर बनेगा. या IAS अफसर. लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन के दौरान एक्टिंग का चस्का लगा. पढ़ाई पूरी करके चले गए मुंबई.
2.
मुंबई में शुरू हुआ स्ट्रगल. बहुत लंबा चल गया. वहां कोलाबा में तमाम गेस्ट हाउसों में रहे. अपना पोर्टफोलियो बनाके टहलते रहे. कुछ पंजाबी और हिंदी फिल्मों में काम भी किया. लेकिन खर्चा चल नहीं रहा था. तो टाइम्स ऑफ इंडिया के सर्कुलेशन डिपार्टमेंट में जॉब करते रहे.
3.
उनकी पहली हिट फिल्म थी 'वो कौन थी.' रोल बहुत बड़ा नहीं था उसमें लेकिन तारीफ बहुत हुई. वहीं से सिक्का चल निकला. नौकरी भी चल रही थी. लेकिन अब इसमें बड़ी तकलीफ होने लगी थी. रोज रोज छुट्टी लेकर कट नहीं सकते थे. बहाने कम पड़ने लगे थे. रोज फटकार पड़ती थी. ऑफर धड़ाधड़ आते जा रहे थे. उपकार फिल्म करने के बाद नौकरी छोड़ी थी.
4.
कुछ फिल्में हीरो के तौर पर कीं. लेकिन वो फ्लॉप हो गईं. फिर इनको मदर इंडिया बनाने वाले महबूब खान ने विलेन का रोल करने की सलाह दी. सलाह जिंदगी में उतारी तो कामयाब हो गए. उस जमाने की हीरो तिकड़ी देवानंद-दिलीप कुमार-राजकपूर के फेवरेट विलेन बन गए. मनोज कुमार से दोस्ती बहुत कर्री हो गई. उसके बाद तो इनके भाव एकदम बढ़ गए. कहने लगे कि हमको भी हीरो के बराबर पइसा मिलना चैये. एक लाख रुपैया. पहली फिलिम के लिए ढाई हज्जार रुपया मिला था ये भी पता रहे. और तुमको याद हो कि न हो, वैसलीन हेयर क्रीम का ऐड भी किया था.
5.
इंडस्ट्री में जमने के लिए टैलेंट के साथ रिश्तों साथ दिया. दरअसल इनकी वाइफ के भाई थे पुराने जमाने के लीजेंडरी एक्टर प्रेम नाथ. और इनके साढ़ू भाई थे राज कपूर. राज कपूर ने इनको अपनी फिल्म बॉबू में कास्ट किए. उसमें इनकी पूरी जिंदगी की कमाई है वो डायलॉग- प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा. https://www.youtube.com/watch?v=4-ptQ4tR7F4
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