राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सीट बंटवारे पर राजी हो गए हैं. बिहार विधानसभा चुनाव की सीटों पर उनकी गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई. मात्र 6 सीटें मिलने और महुआ सीट चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के खाते में जाने से उपेंद्र कुशवाहा नाराज बताए जा रहे थे. इन वजहों से उन्होंने "नथिंग इज वेल इन NDA" (NDA में कुछ भी ठीक नहीं है) तक कह दिया था, लेकिन अमित शाह से मिलने के बाद उनके सुर बदल गए.
'नथिंग...' से 'एवरीथिंग इज़ वेल इन NDA', अमित शाह के साथ उपेंद्र कुशवाहा की मीटिंग में क्या हुआ?
Upendra Kushwaha को मनाने डिप्टी सीएम Samrat Choudhary और केंद्रीय राज्य मंत्री Nityanand Rai उनसे मिलने उनके आवास पहुंचे थे. लेकिन बात नहीं बनी, तो कुशवाहा ने 15 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah के साथ मुलाकात की.


बुधवार, 15 अक्टूबर को उपेंद्र कुशवाहा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने नई दिल्ली पहुंचे. इस मीटिग में सीट बंटवारे पर गिला शिकवे मिटाने थे. 'नथिंग इज वेल इन NDA' (NDA में कुछ भी ठीक नहीं है) को 'एवरीथिंग इज वेल इन NDA' (NDA में सबकुछ ठीक है) में बदलना था. हुआ भी ऐसा ही.
दिल्ली की मीटिंग में ऐसे गुल खिले कि उपेंद्र कुशवाहा ने खिलकर कहा- "NDA की सरकार बिहार में निश्चित रूप से बनेगी." कुशवाहा ने अमित शाह के साथ मुलाकात पर मीडिया को बताया,
"पटना में सुबह की कहा था कि गठबंधन को लेकर कुछ विवाद है, जिसपर विमर्श की जरूरत है. इसी विमर्श के लिए हम और नित्यानंद राय जी माननीय गृह मंत्री (अमित शाह) से मिले…माननीय गृह मंत्री के साथ मुलाकात हुई. विमर्श हुआ, विमर्श के बाद अब हम उम्मीद करते हैं कि कोई कठिनाई आगे नहीं होगी. NDA की सरकार बिहार में निश्चित रूप से बनेगी. NDA में सभी घटक दल के लोग हर तरह से तैयार हैं."
इससे पहले मंगलवार, 14 अक्टूबर की रात रूठे कुशवाहा को मनाने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय उनसे मिलने उनके आवास पहुंचे थे. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दोनों नेताओं ने कुशवाहा को मनाने की खूब कोशिश की, लेकिन उनकी नाराजगी जारी रही.
सम्राट चौधरी और नित्यानंद राय के साथ रात की मुलाकात पर कुशवाहा ने कहा था,
सम्राट जी नित्यानंद जी आए थे. उन लोगों ने क्या कहा?.. वे हाथ जोड़कर चले गए तो उनसे पूछना चाहिए था... नाराज या खुश होने का सवाल नहीं है. दिस टाइम, नथिंग इज वेल इन NDA (NDA में इस वक्त कुछ भी ठीक नहीं है)."
अब सवाल है कि अमित शाह से मुलाकात के बाद NDA में सबकुछ कैसे ठीक हो गया? उपेंद्र कुशवाहा ताल ठोककर कह रहे हैं कि बिहार में NDA की सरकार बनेगी. कुशवाहा ने इस बात पर भी जोर दिया कि NDA की सभी पार्टियां एक साथ पूरी तरह तैयार हैं.
मीटिंग में अमित शाह और उपेंद्र शाह के बीच क्या डील हुई इसकी आधिकारिक जानकारी तो बाहर नहीं आ रही है. लेकिन इंडिया टुडे से जुडे़ पुष्यमित्र ने बताया कि उपेंद्र कुशवाहा का राज्यसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि अमित शाह ने कुशवाहा को दोबारा राज्यसभा में भेजने का भरोसा दिया हो. इंडिया टुडे मैग्जीन के सीनियर स्पेशल करेस्पॉन्डेंट पुष्यमित्र कहते हैं कि राज्यसभा के साथ एक विधानपरिषद की सीट (MLC) भी शायद कुशवाहा को ऑफर की गई हो.
कुछ ऐसा ही अनुमान इंडिया से जुड़े रोहित सिंह ने जताया है. बिहार की राजनीति को बखूबी जानने वाले रोहित सिंह ने बताया कि राज्यसभा में दोबारा बैठने का भरोसा और एक MLC की सीट कुशवाहा की नाराजगी दूर होने की वजह हो सकते हैं. इसके अलावा, दोनों का मानना है कि महुआ सीट कुशवाहा को नहीं मिलेगी, बल्कि चिराग के खाते में ही जाएगी.
ये वही उपेंद्र कुशवाहा हैं, जो रविवार, 12 अक्टूबर को NDA के सीट बंटवारे के ऐलान के बाद से रूठे बताए जा रहे थे. उपेंद्र ने 6 सीट मिलने के दर्द को शायरी में बखूबी बयां किया था. उन्होंने लिखा था,
"आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहां मेरा घर था वहीं बारिश की.
अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की."
इसके अलावा उन्होंने कम सीट मिलने पर अपने समर्थकों से भी माफी मांगी थी.
NDA के सीट बंटवारे के तहत भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं. जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के खाते में 6-6 सीटें गई हैं. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए 6 और 11 नवंबर को वोटिंग होगी. 14 नवंबर को विधानसभा चुनाव का रिजल्ट घोषित होगा.
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