ग्राउंड रिपोर्ट: आज़म खान, रामपुर और जौहर यूनिवर्सिटी की पूरी कहानी
उपचुनाव में आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा का क्या हुआ?
क्या अपना गढ़ बचा पाएंगे आजम खान?

आज़म खान और उनकी पत्नी तज़ीन फ़ातिमा. रामपुर का उपचुनाव आजम खान के लिए नाक की लड़ाई बन गया है.
रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा ने बीजेपी के भारत भूषण गुप्ता को 7,716 वोटों से हरा दिया है. 2017 में जब विधानसभा के चुनाव हुए, तो उस वक्त समाजवादी पार्टी के टिकट पर आजम खान ने जीत दर्ज की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में आजम खान रामपुर सीट से ही सांसद हो गए. इसके बाद वहां पर उपचुनाव होने थे. इस उपचुनाव के लिए सपा ने आजम खान की पत्नी और राज्यसभा सांसद तंजीन फातिमा को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी ने भारत भूषण को मैदान में उतारा था. वहीं कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी थे अरशद अली गुड्डू. गठबंधन टूटने के बाद बीएसपी ने भी अपना प्रत्याशी उतार दिया था. यहां से बीएसपी के प्रत्याशी थे ज़ुबैर मसूद खान. 21 अक्टूबर को इस सीट पर वोट पड़े. 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती हो रही है. गिनती के दौरान शुरुआत से ही तंजीन फातिमा बढ़त बनाए हुए थीं. तंजीन की जीत आजम खान के लिए इस साल की सबसे अच्छी खबर है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और उनके दोनों बेटों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने करीब 80 मुकदमे लाद रखे हैं. इनमें ज़मीनों पर अवैध कब्जे, भैंस चोरी, बकरी चोरी, बिजली चोरी, किताब चोरी जैसे कई मुकदमे हैं. इसलिए रामपुर का ये उपचुनाव आजम खान के लिए नाक की लड़ाई बन गया था. भले ही इस सीट पर चुनाव तंजीन फातिमा ने लड़ा था, लेकिन असल में ये लड़ाई आजम खान और बीजेपी के बीच थी. और इस लड़ाई में आजम खान ने बाजी मार ली है.