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"समझ नहीं आ रहा..."- BJP के जीतते ही विपक्षी नेता ये क्या बातें करने लगे?

मायावती के मुताबिक, जो चुनावी नतीजे आए हैं, उनका गले से नीचे उतर पाना मुश्किल है. वहीं संजय राउत ने कहा है कि एक बार बैलट पेपर से चुनाव होना चाहिए.

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संजय राउत और मायावती ने बीजेपी की जीत पर सवाल उठाए हैं (PTI)

देश के चार राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly polls results 2023) के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए गए. इनमें से तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने बंपर जीत हासिल की. जबकि तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली. चुनाव परिणाम सामने आने के बाद BSP सुप्रीमो मायावती (Mayawati) और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का बयान सामने आया है. दोनों नेताओं ने BJP की जीत को लेकर सवाल उठाए हैं.

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मायावती के मुताबिक, जो चुनाव नतीजे सामने आए हैं, उनका गले से नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल है. उन्होंने एक के बाद एक कई X पोस्ट कर लिखा,

‘’विधानसभा चुनाव के परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित व चिंतित होना स्वाभाविक है. क्योंकि, चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल है.''

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मायावती ने आगे लिखा,

‘’पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व कांटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प था. लेकिन चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिंतन व उसका समाधान जरूरी है. लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर 'भूल-चूक' चुनावी चर्चा का नया विषय है.''

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उन्होंने साथ ही लिखा,

‘’इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की ऑल इंडिया की बैठक आगामी 10 दिसंबर को लखनऊ में होगी. चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेंट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा.''

मायावती के अलावा शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने भी जनादेश को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा,

''चार राज्यों में जनता का जनादेश आ चुका है. तेलंगाना में अलग जनादेश है और बाकी तीन राज्यों में अलग. BJP ने भारी जीत दर्ज की. जनादेश का स्वागत किया जाना चाहिए. लेकिन हम हमेशा कहते हैं- लोगों के मन में संदेह है कि यह कैसे संभव है, खासकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में. हम कहते हैं कि अगर संदेह है, तो उसे दूर कर दो. एक चुनाव बैलेट पेपर के जरिए हो. बस एक चुनाव- और इससे लोगों का संदेह दूर हो जाएगा."

बताते चलें कि मध्य प्रदेश में BJP को 230 में से 163, राजस्थान में 199 में से 115 और छत्तीसगढ़ में 90 में से 54 सीटों पर जीत मिली. वहीं BSP की बात करें तो पार्टी का मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में खाता नहीं खुला, जबकि राजस्थान में पार्टी दो सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रही. 

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