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Jale Election Result 2025 Live: जहां PM मोदी की मां को गाली दी गई, उस सीट का क्या हाल है?

Bihar Election Results 2025: दरभंगा के जिस जाले विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी को गाली दी गई थी, उस सीट पर भाजपा की स्थिति मजबूत बनी है. एनडीए ने इस घटना को इतना बड़ा मुद्दा बनाया था कि महागठबंधन के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई थी.

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जाले विधानसभा सीट पर ऋषि मिश्रा (बायें) और भाजपा के जीवेश कुमार (दायें) में मुकाबला है (India today)

दरभंगा जिले में राहुल गांधी की सभा के बाद कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने का मामला बिहार चुनाव में बड़ा मुद्दा बन गया था. 'पीएम मोदी की मां को गाली' को बीजेपी ने ऐसा इशू बनाया कि कांग्रेस, राजद और उसके साथी दलों को सफाई देते भी नहीं बना. दरभंगा जिले के जिस जाले विधानसभा सीट पर ये घटना हुई थी, वहां से बीजेपी लीड कर रही है. यहां भाजपा के जीवेश कुमार 6 हजार 673 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं. 27 में से 8 चरणों की वोटिंग के बाद उन्हें 28 हजार 979 वोट मिले हैं. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के ऋषि मिश्रा हैं, जिन्हें 24 हजार 497 वोट मिले हैं. 

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जनसुराज पार्टी के रंजीत शर्मा 1257 वोट पाकर चौथे नंबर पर हैं. AIMIM के फैसल रहमान 1451 वोट के साथ तीसरे पर हैं. निर्दलीय उम्मीदवार मस्कूर अहमद उस्मानी लड़ाई में तो नहीं हैं लेकिन जनसुराज और AIMIM को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. 

प्रत्याशीजीवेश कुमार (भाजपा)ऋषि मिश्रा (कांग्रेस)रंजीत शर्मा (जनसुराज)फैसल रहमान (AIMIM)
वोट289792449712571451
क्या था मामला

अगस्त 2025 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे थे. दरभंगा जिले के अतरबेल में उनके स्वागत के लिए एक सभा की गई थी. 28 अगस्त 2025 को इसी सभा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दे रहा था. इस वीडियो के सामने आने के बाद बवाल मच गया. जिले के सिमरी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि वह भोपुरा गांव का रहने वाला है.

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गिरफ्तारी से मामला ठंडा नहीं हुआ. भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पटना में सदाकत आश्रम स्थित बिहार कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हो गई. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोगों ने उनके दफ्तर पर हमला बोला है. 

सीएम नीतीश कुमार ने भी मामले को लेकर कांग्रेस की आलोचना की. प्रधानमंत्री मोदी ने तो मामले को चुनावी मुद्दा बना दिया. नवरात्र का समय था. छठ का महापर्व आने वाला था. मौके का फायदा उठाते हुए पीएम मोदी ने घटना को बिहार और देशभर की मां-बहनों के अपमान से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि नवरात्र में माता के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इसके बाद छठी मैया का पर्व आता है. बिहार वो धरती है जहां गंगा, कोसी, गंडकी, पुनपुन जैसी नदियों को भी मां के रूप में पूजा जाता है. सीता मां यहां की बेटी हैं. छठी मैया को नमन करके हम धन्य हो जाते हैं. मां के प्रति श्रद्धा और विश्वास ही बिहार की पहचान है. 

आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंच से सिर्फ उनकी मां का अपमान नहीं हुआ बल्कि यह बिहार की हर बेटी और मां का अपमान है. मोदी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना कहा कि शाही खानदान में पैदा हुए लोग मां की पीड़ा नहीं समझ सकते. 

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जाले सीट का इतिहास

जिस विधानसभा सीट पर ये सब हुआ, वो जाले सीट थी, जहां भाजपा 5 बार चुनाव जीत चुकी है. 

जाले दरभंगा जिले का एक ब्लॉक-स्तरीय कस्बा है और बिहार के मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में आता है. कस्बे का नाम जलेश्वरी देवी स्थान के नाम पर है, जो यहां एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. जाले विधानसभा सीट साल 1951 में बनी थी और तब से अब तक यहां 18 चुनाव हो चुके हैं.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जाले के वोटर्स किसी एक विचारधारा या पार्टी को लगातार नहीं चुनते. कभी लेफ्ट, कभी सेंटर, कभी राइट सबको यहां से मौका मिला है. शुरुआती दौर में कांग्रेस ने यहां से तीन चुनाव लगातार जीते थे. फिर 1985 और 1990 में भी उसके उम्मीदवार को जीत मिली थी. बीजेपी को 5 बार यहां से जीत मिली है, जिसमें एक जीत उसके पुराने जनसंघ के नाम पर थी. CPI ने 4 बार, आरजेडी ने 2 बार और जनता पार्टी-जेडीयू ने एक-एक बार जीत दर्ज की है. 

जाले सीट पर मिश्र परिवार का असर

जाले में परिवारिक राजनीति का भी असर रहा है. केंद्र में रेलमंत्री रहे ललित नारायण मिश्र के बेटे विजय कुमार मिश्र ने यह सीट तीन बार जीती है. एक बार कांग्रेस से और दो बार बीजेपी से. 2014 में उन्होंने बीजेपी छोड़कर जेडीयू जॉइन कर ली. इसके बाद यहां उपचुनाव हुआ, जिसमें उनके बेटे ऋषि मिश्र जेडीयू के टिकट पर जीत गए. 2015 से इस सीट पर बीजेपी के जीवेश मिश्रा विधायक हैं. वह 2020 में भी जीते और कांग्रेस उम्मीदवार मस्कूर अहमद उस्मानी को 21 हजार 796 वोटों से हराया.

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