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Bihar Election Result: जिस नेता के लिए खुद लालू यादव ने प्रचार किया, वो जीते या नहीं?

Bihar Danapur Vidhan Sabha Chunav Results Live Updates: रीतलाल यादव दानापुर के मौजूदा विधायक भी हैं. लेकिन वर्तमान में जबरन वसूली के एक मामले में जेल में बंद हैं. ऐसे में लालू यादव ने खुद उनके क्षेत्र में जाकर प्रचार किया था. लेकिन उनकी मौजूदगी भी नाकाफी साबित हुई. भाजपा के रामकृपाल यादव ने उन्हें 29133 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया है.

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दानापुर में भाजपा प्रत्याशी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. (Photo: ITG/Aaj Tak)

पटना जिले की दानापुर विधानसभा सीट पर मुकाबला लालू यादव के करीबी रीतलाल यादव और पुराने साथी रामकृपाल यादव के बीच है. रीतलाल यादव दानापुर के मौजूदा विधायक भी हैं. वर्तमान में जबरन वसूली के एक मामले में जेल में बंद हैं. इस सीट पर सबकी नजरें इसलिए भी टिकी थीं, क्योंकि रीतलाल यादव के चुनाव प्रचार के लिए आरजेडी प्रमुख लालू यादव खुद गए थे. लेकिन उनकी मौजूदगी भी नाकाफी साबित हुई. रीतलाल यादव 29133 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार गए हैं. उन्हें हराया है भाजपा के रामकृपाल यादव ने, जिन्हें कुल 119877 वोट मिले. वहीं राजद के रीतलाल यादव 90744 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे.  

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केंद्रीय मंत्री रह चुके रामकृपाल यादव 2014 और 2019 में पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं. हालांकि 2024 में वह मीसा भारती से हार गए थे. पटना और आसपास के यादव मतदाताओं पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है.

इतिहास और जाति समीकरण

दानापुर सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो अब तब भाजपा और कांग्रेस दोनों ने यह सीट पांच-पांच बार जीती है. वहीं राजद और जनता दल ने मिलाकर पांच बार जीत दर्ज की है. इस सीट पर यादव मतदाता 22% वोट बैंक के साथ निर्णायक भूमिका निभाते हैं. वहीं अनुसूचित जाति (SC) के 11.88% मतदाताओं का भी स्थायी प्रभाव है. 6.5% मुस्लिम मतदाता भी हैं, लेकिन उनका प्रभाव सीमित माना जाता है. दानापुर में 66% शहरी मतदाता हैं.

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जन सुराज के उम्मीदवार पर विवाद

जन सुराज पार्टी ने अखिलेश कुमार उर्फ मुटुर साव को दानापुर से प्रत्याशी घोषित किया था. लेकिन उन्होंने नामांकन दाखिल ही नहीं किया और बाद में बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव का समर्थन कर दिया. अफवाहें उड़ीं कि उनका अपहरण हुआ था या दबाव डालकर गायब किया गया था. हालांकि उसी दिन वे गृहमंत्री अमित शाह के साथ दिखे. इसके बाद प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर उनके उम्मीदवारों को धमकाने का आरोप लगाया था.

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