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गांधी और गोडसे विवाद पर पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय पर कार्रवाई की मांग

पूर्व जस्टिस Abhijit Gangopadhyay BJP की टिकट पर Lok Sabha Election लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि उनके लिए Gandhi और Godse के बीच किसी एक को चुनना संभव नहीं है.

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पूर्व जस्टिस के बयान की आलोचना की जा रही है. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे/PTI)

कांग्रेस ने कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय (Abhijit Gangopadhyay) की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग की है. BJP ने उन्हें पश्चिम बंगाल के तामलुक सीट से टिकट दिया है. उन्होंने आजतक बांग्ला चैनल को दिए बयान में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) पर एक टिप्पणी की थी. इसके बाद उनकी आलोचना की जा रही है.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया साइट X (ट्विटर) पर लिखा है,

“प्रधानमंत्री की कृपा से कलकत्ता हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया. ये दयनीय से भी बदतर है कि अब उन्होंने कहा है कि वो गांधी और गोडसे के बीच किसी एक को नहीं चुन सकते. इस बात को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन लोगों को उनकी उम्मीदवारी तुरंत वापस ले लेनी चाहिए जिन्होंने महात्मा की विरासत को हथियाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.”

ये भी पढ़ें: पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय BJP में शामिल, संदेशखाली पर क्या बोल गए?

Abhijit Gangopadhyay ने क्या कहा था?

पूर्व जस्टिस ने इंटरव्यू के दौरान कहा था,

"कानूनी पेशे से जुड़े व्यक्ति के रूप में मुझे कहानी के दूसरे पक्ष को समझने की कोशिश करनी चाहिए. मुझे उनके लेखन को पढ़ना चाहिए और समझना चाहिए कि उन्हें गांधी की हत्या करने के लिए किस बात ने प्रेरित किया. तब तक मैं गांधी और गोडसे के बीच किसी एक को नहीं चुन सकता."

उन्होंने आगे कहा,

"गोडसे ने एक किताब लिखी थी जो बंगाली में भी उपलब्ध है. लेकिन मुझे लगता है कि ये प्रतिबंधित है और अब उपलब्ध नहीं है. गोडसे को गांधी की हत्या करने के लिए किस बात ने प्रेरित किया, यह समझने के लिए मुझे वो किताब अवश्य पढ़नी चाहिए. गांधी की हत्या हुई थी और गोडसे हत्यारा था. दोनों में से किसी एक को चुनना संभव नहीं है. उनकी तुलना करना व्यर्थ है. जब मुझसे दोनों में से किसी एक को चुनने के लिए कहा गया तो मैं एक न्यायाधीश के दृष्टिकोण से यह सोचने के लिए मजबूर हो गया कि गोडसे ने गांधी की हत्या क्यों की. उसका तर्क क्या था? किसी को मारना बेशक गलत है लेकिन मैंने सुना है कि गोडसे ने अपने कदम के लिए 75 से 80 कारण बताए थे."

30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. उसने नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में एक प्रार्थना सभा के दौरान गांधी को तीन गोलियां मारी थी. 

Tamluk से चुनाव लड़ेंगे Gangopadhyay

गंगोपाध्याय हाल में ही इस्तीफा देकर BJP में शामिल हुए हैं. तामलुक सीट पर वो तृणमूल कांग्रेस के नेता देबांगशु भट्टाचार्य का सामना करेंगे.

देश भर में 19 अप्रैल से 1 जून तक लोकसभा का चुनाव होना है. 4 जून को वोटों की गिनती की जाएगी. पश्चिम बंगाल में सभी सातों चरणों में चुनाव होंगे. तामलुक सीट पर छठे चरण में 25 मई को चुनाव होंगे.

वीडियो: जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय का इस्तीफा, किस पार्टी से लड़ सकते हैं चुनाव?