टीचर्स डे के खास मौके पर हम आपके लिए लाए हैं, ऐसे अध्यापकों की कहानियां जिन्होेने समाज के लिए एक उदाहरण सेट कर दिया है. जैसे बिहार के मुजफ्फरपुर के तीन दोस्तों की कहानी जिन्होने शमशान को स्कूल बना दिया. शमशान के आस-पास के इलाके में रहने वाले बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया है. एक समय पर लाशों पर चढ़ाए गए फलों को खाने वाले बच्चे आज पुलिस अफसर बनने के सपने देख रहें हैं.
टीचर्स डे 2022: बिहार के मुजफ्फरपुर में तीन दोस्तों ने श्मशान को बना दिया स्कूल
एक समय पर लाशों पर चढ़ाए गए फलों को खाने वाले बच्चे आज पुलिस अफसर बनने के सपने देख रहें हैं.
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