The Lallantop

CoinDCX में आपका खाता तो नहीं है? हैकर्स ने पलक झपकते उड़ा दिए 379 करोड़

CoinDCX भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए जाने माने एक्सचेंज में से एक है. वेबसाइट के मुताबिक, प्लेटफॉर्म पर 1.6 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर हैं. कंपनी 500 से ज्यादा क्रिप्टो असेट मैनेज करती है.

Advertisement
post-main-image
क्रिप्टो ईकोसिस्टम को हैकर्स से बड़ी चुनौती. (Pic Credit- Freepik)

क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कॉइनडीसीएक्स (CoinDCX) को सिक्योरिटी ब्रीच के कारण 44 मिलियन डॉलर (करीबन 379 करोड़) का नुकसान हुआ है. कंपनी ने रविवार 20 जुलाई को इसकी जानकारी दी. सिक्योरिटी ब्रीच का मतलब किसी ने अवैध तरीके से उसके प्लेटफॉर्म में सेंधमारी कर पैसे निकाल लिए हैं.

Advertisement

हालांकि, यूजर्स के लिए चिंता की बात नहीं है. कंपनी का दावा है कि उनके पैसे पूरी तरह सुरक्षित हैं. और वो जब चाहें तक निकासी कर सकते हैं. कॉइनडीसीएक्स की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘कस्टमर्स के असेट पूरी तरह सुरक्षित हैं. वो जब चाहें, जितना चाहें उतने पैसे निकाल सकते हैं. सिक्योरिटी ब्रीच की जद में और ज्यादा खाते आते उससे पहले ही इसे रोक दिया गया. इस सेंधमारी में इंटरनल अकाउंट्स ही प्रभावित हुए हैं. ये ज्यादातर ऐसे अकाउंट्स हैं जिनका इस्तेमाल लिक्विडिटी के वास्ते किया जाता है. प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग और विड्रॉल, दोनों पूरी तरह काम कर रहे हैं. सेंधमारी में एक खाते से 44 मिलियन डॉलर निकाल लिए गए. जिस वॉलेट में कॉइन भेजे गए हैं उसकी लगातार निगरानी हो रही है.’

कंपनी के सीईओ सुमित गुप्ता ने कहा, ‘सिर्फ एक ही इंटरनल ऑपरेशनल खाता इसकी चपेट में आया है. कस्टमर के पैसों को कुछ नहीं हुआ है. हम इस तरह के मामलों को बेहद गंभीरता से लेते हैं. ये इंटरनल से कहीं ज्यादा बड़ा मसला है.’ 

Advertisement

इस तरह के मामले क्रिप्टो ईकोसिस्टम के सामने उभरती चुनौतियों को दिखा रहे हैं. कंपनी की वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक, कॉइनडीसीएक्स पर 1.6 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स और 500 से ज्यादा क्रिप्टो असेट हैं.

आपको बता दें कि डॉनल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से क्रिप्टो की कीमतों में तेजी दिखनी शुरू हुई है. हाल ही में अमेरिका में क्रिप्टो के इस्तेमाल से जुड़े कायदे कानून बनने की खबरों से इसमें तेजी आई है. ट्रंप ने बीते शुक्रवार यानी 18 जुलाई को खास किस्म की क्रिप्टोकरेंसी- स्टेबलकॉइन के लिए बने कानून पर साइन भी किया है. इसे GENIUS Act नाम दिया गया है.

क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए ये बहुत बड़ा कदम बताया जा रहा है. कानून बनने से क्रिप्टोकॉइन को लेकर कंज्यूमर्स का भरोसा बढ़ेगा. इस अपडेट के बाद 18 जुलाई को एक बिटकॉइन की कीमत 1,20,000 डॉलर के भाव को पार कर गई. हालांकि, उसके बाद से इसमें कुछ गिरावट आई है. मगर कीमतें 118,000 डॉलर के ऊपर बनी हुई हैं. क्रिप्टो प्लेटफॉर्म Binance के मुताबिक 21 जुलाई को एक बिटकॉइन 1,02,31,343 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इथेरियम भी 2.79% ऊपर 3,24,386 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा था.

Advertisement

वीडियो: खर्चा-पानी: क्या सीजफायर के बदले ट्रंप के बेटों ने पाकिस्तान से क्रिप्टो डील की थी?

Advertisement