Ola, Uber और Rapido. इसके बाद अपने आप ही फुल स्टॉप लग जाता है. क्योंकि इंडिया में कैब में सफर करने के लिए यही तीनों कंपनियां नजर आती हैं. इनके साथ सफर नहीं करना तो फिर प्राइवेट प्लेयर ही बचते हैं. मगर उनके साथ सफर अंग्रेजी के ‘suffer’ में बदल जाता है. माने कई सारी दिक्कतें आती हैं. वैसे सुहाना सफर तो ओला, उबर और रैपिडो का भी नहीं, मगर ऑप्शन ही क्या है.
Ola, Uber और Rapido से तंग आ गए? नया ऑप्शन आ गया है
Ola, Uber और Rapido से इतर यूजर्स को कैब का नया ऑप्शन मिल गया है. हम बात कर रहे हैं Trevel की. Jindal Group की Trevel एक इलेक्ट्रिक कैब सर्विस है और जिंदल ग्रुप साल 2026 तक इसमें 500 से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल जोड़ने की बात कर रहा है.


लेकिन शायद एक नया ऑप्शन मिल गया है. ‘शायद’ इसलिए कहा क्योंकि इसके पहले भी ऐसे ऑप्शन आए हैं. मगर उनका सफर ज्यादा दिन चला नहीं. हम बात कर रहे हैं Trevel की. Jindal Group की EV कैब सर्विस. चलिए फिर सवारी करते हैं.
ट्रेवल के लिए Trevelजिंदल ग्रुप ने गुरुग्राम से अपनी कैब सर्विस की शुरुआत की है. Trevel पहले-पहल दिल्ली एयरपोर्ट और सिटी कवर करने वाली है. क्योंकि कंपनी जिंदल ग्रुप की है तो अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि कैब MG Windsor EV होगी. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि जिंदल ग्रुप और MG इंडिया में साझेदार हैं. JSW MG Motor India साल 2019 से ही काम कर रहा है.
Trevel एक इलेक्ट्रिक कैब सर्विस है और जिंदल ग्रुप साल 2026 तक इसमें 500 से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल जोड़ने की बात कर रहा है. देश में जहां बाकी कैब सेवाएं कमीशन बेस पर काम करती हैं, वहीं Trevel में चालकों को महीने की सैलरी मिलने वाली है. राइड कैंसिल होने पर यूजर्स को कोई चार्ज नहीं देना होगा. कंपनी 100 फीसदी टाइम पर आने का वादा भी कर रही है. यूजर्स चाहें तो जरूरत पड़ने पर कैब बुला सकते हैं या फिर पहले से शेड्यूल भी कर सकते हैं.
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कंपनी सिटी ट्रिप और एयरपोर्ट ट्रांसफर सर्विस तो मुहैया करवा ही रही है. इसके साथ में घंटों के हिसाब से बुकिंग का भी ऑप्शन है. यूजर्स की सेफ्टी के लिए हर व्हीकल में डैशकैम समेत दूसरे सेफ्टी फीचर्स, मसलन लाइव लोकेशन शेयरिंग, जीपीएस ट्रेकिंग भी मिलने वाले हैं. कंपनी ने अभी चार्जेस के बारे में नहीं बताया है.
देश में कैब सर्विस का जैसा हाल है, मतलब अनाप-शनाप किराया भाड़ा तो रहने ही दीजिए, बदबू मारती गाड़ियां, फटी सीटें और खराब हो चुकी कारें, नई दिक्कत बनी हैं, ऐसे में नई कैब अच्छी ही लग रही. बस ‘झटका’ न दे. वैसे देश की पहली सहकारी टैक्सी सेवा Bharat Taxi भी स्टार्ट होने वाली है.
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