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बिजली कटने से बेटी का World Cup फाइनल मिस ना हो, मां ने पैसे जोड़कर इन्वर्टर लगवाया

पिता नहीं हैं. मां ने कहा- रोज 30 रुपये बस किराया देना भी मुश्किल था.

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Under-19 womens T20 world cup final
ऑलराउंडर अर्चना देवी (बाएं), और उनका परिवार (फोटो- इंडियन एक्सप्रेस)
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साकेत आनंद
29 जनवरी 2023 (Updated: 29 जनवरी 2023, 02:33 PM IST) कॉमेंट्स
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आज अंडर-19 वीमेंस वर्ल्ड कप (Under-19 womens T20 world cup final) का फाइनल मैच है. भारत की महिला टीम इंग्लैंड से भिड़ने वाली है. फाइनल मुकाबला साउथ अफ्रीका में हो रहा है. मैच से पहले वहां से करीब 8 हजार किलोमीटर दूर यूपी के उन्नाव में एक परिवार भी तैयारी कर रहा है. भारतीय टीम में शामिल बॉलिंग ऑलराउंडर अर्चना देवी का परिवार. अर्चना की मां सावित्री देवी और उनका पूरा परिवार स्मार्टफोन पर मैच देखने वाले हैं. लेकिन बिजली जाने से स्मार्टफोन की बैटरी ना खत्म हो इसलिए पैसे जोड़कर इन्वर्टर खरीद लिया है. वर्ल्ड कप से ठीक पहले अर्चना ने मां को स्मार्टफोन गिफ्ट किया था.

18 साल की अर्चना उन्नाव के रतई पूरवा गांव की रहने वाली है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अर्चना की मां सावित्री देवी ने बताया कि उनके गांव में बिजली का कोई ठिकाना नहीं है. इसलिए उन्होंने इन्वर्टर खरीदने के लिए पैसे जुटाए. रतई पूरवा गांव में करीब 400 परिवार है. सभी अर्चना को फाइनल में देखने के लिए एक्साइटेड हैं. सावित्री देवी ने अखबार को बताया, 

"मेरी बेटी वर्ल्ड कप फाइनल में खेल रही है. हम सभी बिना रुकावट के पूरा मैच मोबाइल फोन में देखना चाहते हैं."

अर्चना के पिता शिवराम की साल 2007 में मौत हो गई थी. इसके बाद सावित्री ने ही खेती कर उसे पढ़ाया. रिपोर्ट के मुताबिक करीब 6 साल पहले सावित्री के छोटे बेटे की भी सांप काटने से मौत हो गई थी. सावित्री अपने एक एकड़ खेत में खेती कर और दो गायों से दूध बेचकर घर चलाती हैं.

'30 रुपये किराया देना मुश्किल था'

सावित्री अपने बड़े बेटे रोहित के साथ कच्चे मकान में रहती हैं. अर्चना के बारे में वो बताती हैं, 

"जब मैंने अपनी बेटी को गंज मुरादाबाद में कस्तूरबा गांधी गर्ल्स स्कूल हॉस्टल भेजा तो लोग मेरे ऊपर ताने कसते थे. वहां एडमिशन से पहले रोज उसके बस का 30 रुपये किराया देना मुश्किल था. जो पहले ताने मारते थे वे लोग आजकल बधाई देने आ रहे हैं."

स्कूल के दिनों में अर्चना रेस में हिस्सा लेती थी. इसी दौरान क्रिकेट कोच पूनम गुप्ता ने अर्चना की स्पीड और क्षमता का पता चला. पूनम ने ही पहली बार अर्चना के लिए बैट खरीदा. इसके बाद अर्चना क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए कानपुर आ गई. साल 2018 में अर्चना यूपी क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गईं थी. 2022 में पहली बार उसे इंडिया-ए टीम में चुना गया.

अंडर-19 वीमेंस टीम इतिहास बनाने के करीब है. अगर जीतती है तो अंडर-19 महिला टीम का पहला ICC टाइटल होगा. भारतीय समय के अनुसार शाम सवा 5 बजे फाइनल मैच शुरू होगा.

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