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अपनी कप्तानी में आई इस जीत को गांगुली ने बताया इंडियन क्रिकेट का टर्निंग पॉइंट!

गांगुली की कप्तानी में बदली थी टीम इंडिया.

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Sourav ganguly
सौरव गांगुली (फोटो - पीटीआई)
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गरिमा भारद्वाज
8 जुलाई 2022 (Updated: 8 जुलाई 2022, 08:46 PM IST) कॉमेंट्स
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2000 के दशक की माइटी ऑस्ट्रेलियन टीम. वो टीम जिसको कोई नहीं हरा सकता था. इस टीम के सामने पड़ने वाली कमोबेश हर टीम का फैन पहले ही हार स्वीकार कर चुका होता था. लेकिन साल 2001 में ये चीज़ बदली, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम टेस्ट सीरीज़ खेलने भारत दौरे पर आई. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने इस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया का विजयरथ रोका. और अब सालों बाद इसी सीरीज़ पर बात करते हुए बर्थडे बॉय सौरव गांगुली ने बताया कि कैसे इसने इंडियन क्रिकेट को बदल दिया था.

दरअसल, साल 2001 में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी, तब ये टीम लगातार 15 टेस्ट जीत चुकी थी. इस सीरीज़ का पहला मुकाबला मुंबई में खेला गया जिसको ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 10 विकेट से जीता था. इसके बाद बचे दो मैच में टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की थी. कोलकाता में खेले गए दूसरे मैच को भारतीय टीम ने 171 रन और फिर चेन्नई में खेले गए तीसरे मैच को दो विकेट से जीता था.

हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए सौरव बोले,

‘इस जीत ने इंडियन क्रिकेट को बदल दिया था. इसने टीम को बदल दिया था. इसने टीम को ये कॉन्फिडेंस दिया कि हम कहीं भी जीत सकते है. मुझे लगता है कि ये हमारी टीम के लिए टर्निंग प्वाइंट था.’

अपनी बात आगे रखते हुए दादा बोले, 

‘कुछ मायनों में, ये पागलों जैसा गेम था.’

#ऐसा क्या हुआ था सीरीज़ में?

दरअसल, इस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार 15 मुकाबले जीतकर आ रही थी. अब उनको हमारे घर पर तीन टेस्ट मैच की सीरीज़ खेलनी थी. पहला मैच हुआ मुंबई में, ऑस्ट्रेलिया ने उसको 10 विकेट से अपने नाम कर लिया. यहां पर ऑस्ट्रेलिया की स्ट्रीक पहुंच गई 16 पर. फिर दादा की कप्तानी में टीम इंडिया ने कमबैक किया. मैच हुआ कोलकाता के ईडन गार्डंस में. यहां पर ऑस्ट्रेलिया टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी. और पहली पारी में उन्होंने 445 रन बनाए. जवाब में टीम इंडिया कुल 171 रन बनाकर आल ऑउट हो गई.

ऑस्ट्रेलिया ने हमको फॉलोऑन को कहा, और फिर टीम इंडिया ने कमाल कर दिया. वीवीएस लक्ष्मण ने अपने करियर की सबसे बड़ी 281 रन की पारी खेली. राहुल द्रविड़ ने 180 रन बनाए. और टीम ने दूसरी पारी में 657 रन बना दिए. अब टीम इंडिया के पास 383 रन की लीड थी. और यहां पर सचिन तेंडुलकर और हरभजन सिंह ने कमाल की गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया को 212 रन पर समेट दिया. और टीम इंडिया ने ये मैच 171 रन से जीत लिया.

इस बड़ी जीत और सीरीज़ को 1-1 की बराबरी पर कर लेने के बाद तीसरा मुकाबला हुआ चेन्नई में. और यहां पर सचिन, लक्ष्मण, शिव सुंदर दास, द्रविड़ की बैटिंग और हरभजन सिंह की शानदार गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने ये मैच दो विकेट से जीत लिया. और सीरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली.

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