रोहित-विराट को विजय हजारे ट्रॉफी खेलने से होगा फायदा? आप खुद ही देख लीजिए
Virat Kohli ने अंतिम बार Vijay Hazare Trophy में 2010 में खेला था. वहीं, Rohit Sharma ने Mumbai के लिए टूर्नामेंट में अंतिम बार 2018 में खेला था. इस साल ये टूर्नामेंट 24 दिसंबर से 18 जनवरी के बीच खेला जाएगा.
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विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय को अलविदा इसलिए कहा था कि वे अपने वनडे करियर को आगे बढ़ा सकें. अपने करियर के इस पड़ाव पर कोहली 36 और रोहित 38 साल के हैं. 50 ओवरों का फॉर्मेट उनके लिए सबसे सही है. 2023 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में मिली हार के बाद, 2027 वनडे वर्ल्ड कप जीत इनके लिए पोएटिक जस्टिस जैसा होता. दोनों कुछ दिन पहले तक, वनडे टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए निश्चित दिख रहे थे. हालांकि, दैनिक जागरण की मानें तो, इन दोनों के फ्यूचर को लेकर BCCI में सुगबुगाहट अभी से तेज हो गई है. रिपोर्ट में ये दावा भी किया गया कि इन दोनों को अगर वनडे फॉर्मेट में अपना करियर आगे बढ़ाना है तो इन्हें घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना ही होगा. लेकिन, अगर आप शेड्यूल देखेंगे तो वो देखकर यही लग रहा है कि अगर ये डोमेस्टिक टूर्नामेंट में खेल भी लेंगे तो भी इन्हें कोई फायदा नहीं होगा.
BCCI ने अनिवार्य कर दिया है घरेलू टूर्नामेंटदैनिक जागरण की इस रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी तीन मैचों की वनडे सीरीज़ भारतीय क्रिकेट में रोहित और कोहली का अंतिम पड़ाव हो सकती है. अगर यह जोड़ी ऑस्ट्रेलिया से आगे अपने करियर को आगे बढ़ाने का फैसला करती है, तो रोहित और कोहली से विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में मुंबई और दिल्ली के लिए खेलने की उम्मीद की जाएगी. सेलेक्टर्स चाहते हैं कि संभावित वर्ल्ड कप प्लेयर्स खेल से जुड़े रहें, और इसलिए उन्हें भारत के प्रमुख घरेलू वनडे टूर्नामेंट में खेलने के लिए कहा जाएगा.
कोहली ने अपना आखिरी विजय हजारे ट्रॉफी मैच फरवरी 2010 में दिल्ली के लिए सर्विसेज के खिलाफ खेला था. गुड़गांव में हुए उस मैच में उन्होंने नंबर 5 पर बैटिंग करते हुए 16 रन बनाए थे. रोहित का आखिरी विजय हज़ारे मैच कोहली की तुलना में काफी हाल का है. उन्होंने 2018 में मुंबई के लिए हैदराबाद के खिलाफ सेमीफाइनल में 24 रन बनाए थे.
BCCI की विजय हजारे ट्रॉफी की मांग घरेलू क्रिकेट को फिर से प्राथमिकता देने को लेकर हो सकती है. इस साल की शुरुआत में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 1-3 से हार के बाद से बोर्ड ने टीम के लिए गाइडलाइन जारी किया था. इसमें बोर्ड ने सेलेक्शन के लिए उपलब्ध होने के लिए सभी सेंट्रली कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर्स के लिए अपने राज्यों के घरेलू क्रिकेट में उपलब्ध रहना अनिवार्य कर दिया था.
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रणजी में भी खेलना पड़ा थाजागरण की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआई आगामी 50 ओवरों के टूर्नामेंट के लिए युवा प्रतिभाओं को निखारने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. अगर रोहित और कोहली सचमुच विजय हज़ारे ट्रॉफी में खेलते हैं, तो यह कोई बड़ी बात नहीं होगी. जनवरी 2025 में, दोनों प्लेयर्स ने BCCI के आदेश के अनुसार, रणजी ट्रॉफी में अपनी राज्य टीमों का प्रतिनिधित्व किया था. अब, BCCI कथित तौर पर कोहली और रोहित को विजय हज़ारे ट्रॉफी में खेलने के लिए कहने पर विचार कर रहा है. लेकिन क्या इससे कोई फायदा मिलने वाला है? 50 ओवरों की कॉम्पिटिशन में उनकी भागीदारी से क्या होगा? उन्हें कितना गेम टाइम मिल सकता है? हम इस पर एक नज़र डाल लेते हैं.
टीम इंडिया के 2025-26 के शेड्यूल को देखें तो, कुल 9 वनडे मैच टीम को खेलने हैं. इनमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी धरती पर तीन और दक्षिण अफ्रीका-न्यूजीलैंड के खिलाफ छह घरेलू मैच शामिल हैं. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इतने ही मैच विजय हज़ारे ट्रॉफी 2024-25 शुरू होने से पहले ही ख्रत्म हो जाएंगे. भारत और ऑस्ट्रेलिया अक्टूबर में आमने-सामने होंगे, जबकि प्रोटियाज़ 30 नवंबर से 6 दिसंबर तक मेज़बान टीम के साथ तीन मैचों की सीरीज़ खेलेंगे. यानी कोहली और रोहित के पास अपनी फॉर्म साबित करने और यह देखने के लिए छह वनडे मैच होंगे कि क्या वे 50 ओवर फॉर्मेट में आगे बढ़ सकते हैं?
अगर यह जोड़ी इन छह वनडे मैचों में भी फॉर्म में रहती है और धीमी नहीं पड़ती, तो विजय हज़ारे ट्रॉफी का दावा वैसे ही बेमानी हो जाता है. हालांकि, अगर कोहली और रोहित लय में नहीं आते और उन्हें वाइट बॉल वाले टूर्नामेंट में खेलने के लिए कहा जाता है, तो चीज़ें थोड़ी दिलचस्प हो जाएंगी.

साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ के बाद, टीम इंडिया का अगला वनडे मैच न्यूज़ीलैंड के खिलाफ है. सीरीज़ का पहला मुक़ाबला अगले साल 11 जनवरी को खेला जाएगा. वहीं, विजय हज़ारे ट्रॉफी के सभी मुक़ाबले 24 दिसंबर से 18 जनवरी के बीच खेले जाएंगे. मुंबई विजय हज़ारे ट्रॉफी में ग्रुप सी में है, जबकि दिल्ली ग्रुप ई में है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू होने वाली सीरीज़ से पहले ग्रुप स्टेज के सात मैच निर्धारित हैं. यह सीरीज़ 8 जनवरी, 2026 को समाप्त होगी.
रोहित और कोहली संभावित रूप से VHT के सात ग्रुप स्टेज मैच खेल सकते हैं. हालांकि, यह फायदेमंद नहीं है क्योंकि न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के लिए टीम की घोषणा दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में होने की संभावना है. अगर उन्हें वनडे टीम में शामिल किया जाता है, तो सभी सात मैच बाहर हो जाएंगे. और अगर संयोग से उन्हें शामिल नहीं किया जाता है, तो कोई नहीं जानता कि वनडे फॉर्मेट में वर्ल्ड कप विजेता होने के बावजूद कोहली और रोहित पूरे टूर्नामेंट में खेलना उचित समझेंगे या नहीं.
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे के बाद, भारत को जुलाई 2026 में इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ खेलनी है. बेशक, आईपीएल के बाद. अगले एक साल में बहुत कुछ बदल सकता है, लेकिन अभी तक रोहित और कोहली का विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना निराशाजनक ही लगता है.
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