मोहम्मद यूसुफ ने सूर्यकुमार यादव को 'सूअर' कहा, एंकर ने टोका फिर भी करते रहे बदतमीजी
पाकिस्तानी चैनल के पैनल डिस्कशन में मोहम्मद यूसुफ गेस्ट के तौर पर बैठे थे. वैसे तो गेस्ट का काम मैच पर एनालिसिस करना होता है. या अपनी टीम की गलतियों और सुधार पर राय देने का काम होता है. लेकिन एक्सपर्ट साहब तो ऐसा बहे कि गालियों तक उतर आए.

दुबई में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तानी प्लेयर्स से हैंड शेक ना करने का फैसला किया (Mohammad Yousuf repeatedly abuses Suryakumar Yadav). इस फैसले पर पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटरों के बयान अब तक सामने आ चुके हैं. लेकिन पड़ोसी देश का कोई खिलाड़ी इतना नहीं गिरा जितना पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद यूसुफ गिर गए. यूसुफ ने अपनी मानसिकता का परिचय देते हुए भारतीय T20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव को बार-बार गालियां दीं.
पाकिस्तानी चैनल SAMAA TV के पैनल डिस्कशन में मोहम्मद यूसुफ गेस्ट के तौर पर बैठे थे. वैसे तो गेस्ट का काम मैच पर एनालिसिस करना होता है. या अपनी टीम की गलतियों और सुधार पर राय देने का काम होता है. लेकिन एक्सपर्ट साहब तो ऐसा बहे कि गालियों तक उतर आए. एंकर ने कई बार बीच में आकर रोकने की कोशिश की, लेकिन इस पूर्व क्रिकेटर ने एक ना सुनी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डिबेट में जब यूसुफ से भारत की जीत और नो-हैंडशेक वाले स्टांस पर सवाल पूछा गया, तो वो सूर्यकुमार यादव का नाम जानबूझकर गलत तरीके से बोलने लगे. पहले वो बोले,
“भारत अपने मायावी किले से बाहर नहीं निकल सकता. उनके कप्तान, सूअरकुमार यादव...”
इस पर एंकर ने उन्हें टोका, और कहा,
"नहीं, उनका नाम सूर्यकुमार यादव है."
लेकिन यूसुफ ने हठधर्मिता दिखाते हुए दोहराया,
"हां, वही तो मैं कह रहा हूं – सूअरकुमार यादव!"
और फिर बोले,
"ओह, ठीक है! वो सूअरकुमार यादव ही है. भारत को शर्म आनी चाहिए अपने मैच जीतने के हथकंडों पर, अंपायरों को अपने गुट में रखना और रेफरी को अपने हिसाब से काम करने के लिए मजबूर करना. हर चीज की एक हद होती है."
ये साफ तौर पर नाम को तोड़-मरोड़कर गाली देने जैसा था, जो सूर्यकुमार को नीचा दिखाने की हरकत थी.
यूसुफ का इतिहासये पहली बार नहीं था जब यूसुफ का ऐसा कोई बयान सामने आया है. 2016 में एक लाइव शो पर रमीज राजा से इस इंसान ने झगड़ा किया, उन्हें "इंग्लिश टीचर" कहकर तौहीन की. 2005 में ODI सीरीज के दौरान सौरव गांगुली से मैदान पर भिड़ गए, "गेट लॉस्ट" का इशारा किया.
अन्य पाकिस्तानी पूर्व खिलाड़ी जैसे शोएब अख्तर, राशिद लतीफ और शाहिद अफरीदी भी भारत पर विवादित बयान दे रहे हैं. कह रहे हैं कि भारत ने "असली रंग" दिखाए. लेकिन सच तो ये है कि पाकिस्तान की हार उनकी अपनी कमजोरी की वजह से है, न कि किसी चालबाजी से!
टीम इंडिया के पाकिस्तानी प्लेयर्स से ‘नो हैंडशेक’ पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी को भी मिर्ची लगी थी. उन्होंने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए टीम इंडिया और बीसीसीआई (BCCI) पर निशाना साधा. साथ ही ये भी दावा किया कि इस मुकाबले से पहले सोशल मीडिया पर बॉयकॉट को लेकर बने माहौल के कारण ही इंडियन प्लेयर्स ने पाकिस्तानी टीम से हाथ नहीं मिलाने का फैसला किया.
समा टीवी पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा,
“जब एशिया कप शुरू हुआ, तो भारत और पाकिस्तान के मैच से पहले सोशल मीडिया पर मैच को बॉयकॉट करने का अभियान चल रहा था. ये दबाव देखते हुए मुझे आश्चर्य नहीं हुआ कि प्लेयर्स और बीसीसीआई को हमारी टीम के साथ हाथ न मिलाने के लिए कहा गया था.”
इस दौरान अफरीदी ने PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा,
“मेरी राय में, टीम इंडिया ने कोई खेल भावना का परिचय नहीं दिया. वे एक बार फिर दुनिया के सामने शर्मसार होंगे. मुझे लगता है कि हमारा रुख बिलकुल सही था. हमारे पीसीबी अध्यक्ष ने सही स्टैंड लिया है.”
जानकारी हो कि एशिया कप 2025 में टीम इंडिया सुपर-4 में पहुंच चुकी है. 17 सितंबर को होने वाले मैच में अगर पाकिस्तान की टीम UAE को हरा देती है तो एक बार फिर भारत-पाकिस्तान 21 सितंबर को भिड़ सकते हैं.
वीडियो: भारत-पाकिस्तान मैच पर सौरव गांगुली के बयान पर लोग क्यूं भड़क गए