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T20I में अपनी दूसरी ही गेंद से छा जाने वाले इस अंग्रेज से कैसे निपटेगा भारत?

'बापू' करेंगे दाविद मलान का इलाज.

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Dawid Malan को रोकेंगे Team India के बापू Axar Patel (पीटीआई फाइल)
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सूरज पांडेय
12 मार्च 2021 (Updated: 12 मार्च 2021, 08:16 AM IST)
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25 जून 2017. कार्डिफ का मैदान. इंग्लैंड वर्सेज साउथ अफ्रीका तीसरा T20I. पहले बैटिंग कर रही इंग्लैंड ने दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर जेसन रॉय का विकेट गंवा दिया. मैच का तीसरा ओवर. पहली गेंद पर एलेक्स हेल्स ने सिंगल लिया. अब क्रिस मॉरिस के सामने खड़े थे 29 साल के डेब्यूटांट दाविद मलान. पहली गेंद. ऑफ स्टंप के बाहर एंगल बनाती हुई. मलान ने इसे देखा, परखा और जाने दिया. अगली गेंद. गुडलेंथ पर गिरी और बूम! कड़क शॉट. गेंद उड़ती हुई गई मिडविकेट बाउंड्री के बाहर और खुल गया दाविद मलान का इंटरनेशनल T20 खाता. इस मैच में मलान ने सिर्फ 44 गेंदों पर 78 रन बनाए. यह किसी भी अंग्रेज का T20I डेब्यू पर सबसे बड़ा स्कोर है. अपनी इस पारी के बाद मलान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. सालों तक चले लंबे इंतजार के बाद जब मलान को इंग्लैंड की कैप मिली, तो उन्होंने उस कैप को बिना फेवीकॉल के अपने सर से चिपका लिया. # कमाल के Dawid Malan इंग्लैंड में पैदा हुए और साउथ अफ्रीका में पले-बढ़े मलान ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू बोलैंड के लिए किया था. यहां चार मैच खेलने के बाद वह इंग्लैंड आ गए. जहां मिडलसेक्स के साथ अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने सेंचुरी ठोक दी. साल 2017 एशेज में मलान ने पर्थ टेस्ट में सेंचुरी मारी थी. यह मलान का आठवां टेस्ट था और इससे पहले का उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं था. टेस्ट करियर बचाने के लिए बेहद जरूरी इस सेंचुरी के बाद मलान ने क्रिकइंफो से कहा था,
'यह काफी भावुक था. मुझे सच में नहीं पता था कि मैं क्या करूं. जब यह (सेंचुरी) हुआ तो मैं लगभग रोने लगा था. तमाम क़ुर्बानियां देने वाले अपने मां-बाप के सामने बनी पहली टेस्ट सेंचुरी बेहद खास थी.'
हालांकि इस सेंचुरी के बाद मलान का टेस्ट करियर बहुत लंबा नहीं चला. उन्होंने अगस्त 2018 में भारत के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला. वैसे देखा जाए तो मलान का T20I करियर भी कुछ ऐसा ही है. साल 2017 में डेब्यू के बाद से उन्होंने कुल 19 T20I मैच ही खेले हैं. जबकि उनके डेब्यू के बाद से इंग्लैंड कुल 31 T20I मैच खेल चुका है. आंकड़े साफ कहते हैं कि इंग्लैंड के फर्स्ट चॉइस टॉप-6 में अभी तक  मलान की जगह पक्की नहीं हो पाई है. लेकिन इससे मलान को कोई फ़र्क नहीं पड़ता. वह मौका मिलते ही गेंदबाजों पर टूट पड़ते हैं. और इस बात की गवाही उनके आंकड़े भी देते हैं. मलान T20I क्रिकेट में 53 से ज्यादा की ऐवरेज और लगभग 150 की स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं. यानी वह कंसिस्टेंसी के साथ गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हैं. ऐसा नहीं है कि एक पारी में खूब रन बनाए और दूसरी में फेल हो गए. मलान हर पारी में रन बनाने के लिए जाने जाते हैं. मौजूदा T20I रैंकिंग में नंबर एक पर बैठे मलान के नाम 915 रैंकिंग पॉइंट्स हैं. दूसरे नंबर के बल्लेबाज आरोन फिंच उनसे पूरे 85 पॉइंट्स दूर हैं. अब मलान के बारे में इतनी बातें जानने के बाद आप जरूर सोच रहे होंगे कि टीम इंडिया इन्हें कैसे रोकेगी. मलान को रोकना निश्चित तौर पर मुश्किल होने वाला है. लेकिन मलान को भी भारत में दिक्कतें होंगी. क्योंकि अभी तक वह सिर्फ और सिर्फ SENA यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं. यहां की पिच पेसर्स को मदद करती है और इन पर रन बनाना थोड़ा आसान होता है. ऐसे में भारत की स्लो पिचों पर रन बनाना उनके लिए आसान नहीं होगा. साथ ही मलान लेफ्ट-आर्म ऑर्थोडॉक्स बोलर्स के खिलाफ थोड़े कमजोर भी दिखते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक ऐसे बोलर्स के खिलाफ उनका ऐवरेज सिर्फ 23.60 का है. और ऐसे बोलर्स के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट भी घटकर 129.67 का हो जाता है. ऐसे बोलर्स ने उन्हें 91 गेंदों में पांच बार आउट भी किया है. और हमारे पास भले रविंद्र जडेजा नहीं हैं, लेकिन बापू तो हैं. जी हां, कमाल के टेस्ट डेब्यू के बाद अब अक्षर T20I में भी इंग्लैंड के लिए खतरा बन सकते हैं. खासतौर से डेविड मलान को वह काफी दिक्कतें देने वाले हैं. ऐसे में यह कहना सेफ होगा कि टीम इंडिया को मलान से डरने की जरूरत नहीं है, बापू सब संभाल लेंगे.

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