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यूसुफ़ पठान को ज़ुकाम की दवा लेने के चलते क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया गया है

अपूर्णीय क्षति.

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केतन बुकरैत
9 जनवरी 2018 (Updated: 9 जनवरी 2018, 08:49 AM IST) कॉमेंट्स
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इंडिया में भाई-भाई-भाई-भाई बहुत फेमस है. इसके साथ ही दो भाई भी खूब फेमस हैं. पठान भाई. इरफ़ान और यूसुफ़. वो दो भाई जिन्होंने मस्जिद में क्रिकेट खेलना शुरू किया और इंडियन टीम तक जा पहुंचे. इरफ़ान पठान ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बेहतरीन हैट्रिक ली थी. यूसुफ़ पठान ने टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था. यूसुफ़ पठान फ़िलहाल डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं. इससे पहले वो इंडियन टीम के लिए फेल हुए थे. बीसीसीआई ने बड़ौदा क्रिकेट से कहा है कि वो आने वाले सीज़न के लिए यूसुफ़ पठान को न चुनें. यूसुफ़ पठान बड़ौदा के लिए खेलते हैं. आख़िरी बार उन्होंने अक्टूबर में आंध्र प्रदेश के ख़िलाफ़ मैच खेला था.  इस मैच में पठान ने 4 रन बनाए और एक भी विकेट नहीं लिया. बताया जा रहा है कि यूसुफ़ पठान ने कोई नशेबाजी नहीं की थी बल्कि तबीयत खराब होने पर एक टेबलेट ली थी जिसमें ऐसा तत्व था जिसकी मौजूदगी खिलाड़ियों के शरीर में नहीं होनी चाहिए. कायदा ये है कि अगर ऐसी नौबत आती है जहां इस तत्व को लिया जाना ज़रूरी हो तो क्रिकेट बोर्ड या अपने खेल से जुड़ी अथॉरिटी को इसके बारे में पहले से बता दिया जाए. यूसुफ़ ने ये काम नहीं किया. वो भूल गए. उन्होंने ब्रोज़ीट नाम की दावा ली जिसमें टर्ब्युटलाइन नाम का तत्व था जिसकी वजह से ये सारा बखेड़ा खड़ा हुआ है. टर्ब्युटलाइन तब लिया जाता है जब किसी को भी सांस लेने में तकलीफ़ हो रही हो. अस्थमा में इसका इस्तेमाल होता है. इसके साथ ही ये सर्दी-जुखाम में काम आने वाली आम दवाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है.

क्या होती है डोपिंग?

आप जैसे ही डोपिंग शब्द सुनते हैं, ऐसी फ़ीलिंग आती है जैसे आप किसी की मां हों और आपने अपने स्कूल जाने वाले बेटे के बैग में सिगरेट पकड़ ली हो. आपको ऐसा लगता है कि फलाना आदमी ड्रग्स लेता होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. दुनिया भर के खिलाड़ियों में डोपिंग को रोकने वाली एक संस्था है - WADA. वादा नहीं वाडा. ये संस्था तय करती है कि एक एथलीट के शरीर में ये होना चाहिए और ये नहीं होना चाहिए. जो नहीं होना चाहिए वो कतई नहीं होना चाहिए. और अगर है तो आप डोपिंग में पॉजिटिव पाए कहे जाएंगे. और ये उन पॉजिटिव चीज़ों में है जिसके होने पर कतई खुश नहीं होना चाहिए.

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