ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप जिताया, अब कैंसर से परेशान, इस पूर्व कप्तान की सलाह बहुतों को बचा सकती है
ऑस्ट्रेलिया को वनडे वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व कप्तान Michael Clarke स्किन कैंसर से जूझ रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. साथ ही लोगों को सलाह भी दी है.
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ऑस्ट्रेलिया के वनडे वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) स्किन कैंसर से जूझ रहे हैं. उन्होंने ये बात खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताई. अपने पोस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने लोगों से नियमित हेल्थ चेकअप कराने की भी अपील की है. क्लार्क को पहली बार 2006 में उनके स्किन कैंसर का पता चला था. तब से वह 5 बार सर्जरी करा चुके हैं. 2019 में हुई सर्जरी में उनके माथे सहित तीन घावों को हटाया गया था. 2023 में उनके सीने से ‘बेसल सेल कार्सिनोमा’ के हटाए जाने के बाद उन्हें 27 टांके लगवाने पड़े थे. इसके बाद उन्होंने जागरूकता फैलाने के लिए ऑस्ट्रेलियन स्किन कैंसर फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप की.
क्लार्क ने क्या लिखा?इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर करते हुए क्लार्क ने लिखा,
ऑस्ट्रेलिया में स्किन कैंसर बड़ी समस्या बन गई है. आज मेरे नाक से एक और स्किन कैंसर निकाला गया है. आप सबको याद दिला रहा हूं कि अपनी स्किन की जांच करवाते रहें. इलाज से बेहतर बचाव है. मेरे मामले में भी नियमित जांच और शुरुआती पहचान सबसे अहम रहे. मैं डॉ. बिश सोलिमन का बहुत आभारी हूं. उन्होंने इसे जल्दी पहचान लिया.
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क्लार्क का करियर44 साल के माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 2004 से 2015 के बीच 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी20 मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 8643, वनडे में 7981 और टी-20 में 488 रन बनाए हैं. उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में टीम की कप्तानी भी की है. उनकी कैप्टंसी में ऑस्ट्रेलिया ने 74 टेस्ट (47 जीत, 16 हार) और 139 वनडे खेले. क्लार्क की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2013-14 में एशेज सीरीज 5-0 से जीती थी और 2015 का वनडे वर्ल्ड कप भी अपने नाम किया था. उन्हें ऑस्ट्रेलिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है.
ऑस्ट्रेलिया में कॉमन है स्किन कैंसरस्किन कैंसर एबनॉर्मल स्किन सेल्स की अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है. इसका मुख्य कारण सूरज की अल्ट्रावॉयलेट (UV) किरणें या टैनिंग बेड होते हैं. यह दुनिया भर में सबसे आम तरह का कैंसर है. समय पर पहचान और इलाज से इसका सफलतापूर्वक इलाज संभव है. ऑस्ट्रेलिया में स्किन कैंसर की दर दुनिया में सबसे ज्यादा है. इसका कारण यहां की ज्यादा UV किरणें, इक्वेटर के पास होना और गोरी चमड़ी वाले लोगों की बड़ी आबादी है. आंकड़ों के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया में 70 साल की उम्र तक हर 3 में से 2 लोगों को किसी न किसी तरह का स्किन कैंसर होता है.
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