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पसीने की कब इज्जत करनी है और कब उससे डरना है, आज जान लें

चिलचिलाती गर्मी में कपड़े पसीने से लथपथ हो जाएं तो पूरा मूड खराब हो जाता है. हम सोचने लगते हैं कि आखिर ये पसीना आता ही क्यों है. वैसे आपको पसीने से नफरत करने की कोई ज़रूरत नहीं है. यह बड़े ही काम की चीज़ है.

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is sweating good for us and what to do if you sweat too much
पसीना आने से शरीर का तापमान कंट्रोल होता है.
28 मई 2024
Updated: 28 मई 2024 17:32 IST
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गर्मी का मौसम यानी ढेर सारा पसीना. ऑफिस से लौटो तो शर्ट पसीने में भीगी होती है. किचन में घुसते ही पसीना आने लगता है. गर्मियों में थोड़ी देर भी बिना पंखा-कूलर के नहीं रहा जाता. जरा सी देर के लिए भी पंखा बंद करो तो तुरंत चेहरे पर पसीने की बूंदें आने लगती है. टप-टप करके पसीना गिरने लगता है. गर्मियों में इस पसीने के चलते हर काम आफत लगता है. जीना मुश्किल हो जाता है. सोचिए, चिलचिलाती गर्मी हो और पसीना ही न आए. मज़ा आ जाए न. लेकिन, क्या आपको पता है कि ये पसीना बड़े काम की चीज़ है. 

दरअसल जब भी हम कोई मेहनत वाला काम करते हैं या हमें बहुत तेज़ धूप लग रही होती है, तो शरीर का तापमान बढ़ जाता है. वह गर्म होने लगता है. ऐसे में शरीर के तापमान को बैलेंस करने के लिए पसीना आता है. इससे शरीर को ठंडक मिलती है. ऐसे में आज हम बात करेंगे पसीने पर. डॉक्टर से जानेंगे कि हमें पसीना क्यों आता है? क्या पसीना आना हमारे लिए फायदेमंद है? और, अगर ज़रूरत से ज्यादा पसीना आ रहा है तो क्या करें? 

हमें पसीना क्यों आता है?

ये हमें बताया डॉ. नाज़िया नौशीन सिद्दीका ने.

डॉ. नाज़िया नौशीन सिद्दीका, कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट एंड पल्मोनोलॉजिस्ट, स्किन एंड हेयर क्लीनिक, हैदराबाद

जब शरीर का तापमान बढ़ता है, तब उसे ठंडा करने के लिए पसीने की ग्रंथियां पसीना पैदा करती हैं. पसीना आने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है. आमतौर पर बुखार, चिंता, ज़्यादा व्यायाम करने, हाइपरथाइरॉयडिज़्म और कुछ मानसिक रोगों में भी पसीना आता है.

क्या पसीना आना हमारे लिए फायदेमंद है?

व्यायाम करने के बाद पसीना आना अच्छा है. इससे पता चलता है कि व्यायाम ठीक तरह से हो रहा है. लेकिन, अगर चिंता करने की वजह से पसीना आ रहा है. हाइपोग्लाइसीमिया में यानी शुगर लेवल कम होने पर पसीना आ रहा है. डायबिटीज़ में पसीना आ रहा है तो यह किसी परेशानी को दर्शाता है. हालांकि आमतौर पर पसीना आना अच्छी चीज़ है इससे व्यक्ति का तापमान बराबर हो जाता है.

अभी गर्मियों का मौसम है. तापमान काफी ज़्यादा है. उसकी वजह से पसीना ज़्यादा आता है. जब पसीना ज़्यादा आए तो हमें कुछ चीज़ें करनी चाहिए ताकि हम बीमारियों से बचे रहें. आप पानी खूब पिएं. अगर प्यास न भी लगी हो तो भी ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं. अगर पसीना बहुत ज़्यादा आ रहा है और इसकी वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स कम हो गए हैं. तब ऐसी चीज़ें खाएं या पिएं जिनमें इलेक्ट्रोलाइट हो. जैसे नारियल पानी, ORS का घोल, शकरकंद, अनार, सेब. इन्हें खाने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बनने लगते हैं. इलेक्ट्रोलाइट एक प्रकार के खनिज होते हैं जो हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाने और पानी से मिलकर बनते हैं. 

साथ ही, कैफीन वाली चीज़ें न पिएं. जैसे चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक आदि. ये हमारे शरीर के लिए अच्छे नहीं हैं. ज़्यादातर लिक्विड पदार्थ लें. हल्के और कॉटन के कपड़े पहनें और तेज़ धूप में निकलने से बचें.

गर्मियों में घमौरियों की परेशानी बढ़ जाती है

पसीना आने से स्किन में घमौरियों की दिक्कत भी होती है. खासकर छोटे बच्चों और ज़्यादा गर्म जगहों पर रहने वालों में छोटी-छोटी बारीक फुंसियां आ जाती हैं. अगर इनमें इंफेक्शन हो जाए तो सेकेंडरी बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है. फिर पस्ट्यूल्स यानी मवाद वाले दाने हो जाते हैं. इससे बचने के लिए छोटे बच्चों को ठंडे पानी से नहलाएं. उन्हें ठंडे तापमान में रखें. कूलर चालू करके रखें. बच्चों को ऐसे लोशन लगाएं जो ठंडक दे. एंटीसेप्टिक साबुन का इस्तेमाल करें. एंटीसेप्टिक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है ताकि घमौरियों से बचा जा सके.

ज़रूरत से ज़्यादा पसीना आ रहा है तो क्या करें?

कई लोगों को पसीना ज़्यादा आता है. जैसे बगल, हथेलियों और तलवों में. हथेलियों में ज़्यादा पसीना आने से लोग लिख नहीं पाते. इसके लिए डर्मेटोलॉजिस्ट कई तरह के उपचार करते हैं. इसमें एक है Iontophoresis. कुछ दवाएं भी मौजूद हैं जिनसे पसीना कम किया जा सकता है. बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन दिया जाता है. इससे भी पसीने को नियंत्रित किया जा सकता है. जिन लोगों में पसीने की वजह से काफी परेशानी होती है. जो लोग अपना रोज़ का काम नहीं कर पाते. सिर में ज़्यादा पसीना आने से लोगों को सिर में फुंसियां, इंफेक्शन हो जाता है. ऐसे में उन्हें अपने सिर को बार-बार धोने की ज़रूरत है. एक हफ्ते में कम से कम 3 बार अपने सिर को धोएं. इससे पसीने से होने वाले इंफेक्शन से बचा जा सकता है. रोज़ सिर धुलने से भी कोई नुकसान नहीं है.

अब गर्मियां हैं, पसीना तो आएगा ही. ज़रूरी है कि इससे होने वाली घमौरियों से बचा जाए. इसके लिए आप ठंडे पानी से नहाएं. कूलर का इस्तेमाल करें. कोई ठंडा पाउडर भी लगा सकते हैं, इससे राहत मिलती है. लेकिन, अगर आपको ज़रूरत से ज़्यादा पसीना आ रहा है, तो यह किसी दिक्कत का संकेत हो सकता है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलें.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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