दिल्ली : सड़क पर सिगरेट पीने से मना किया, नहीं माना तो मार डाला!
तिलक नगर के एक रेस्टोरेंट के बाहर जोमैटो डिलीवरी बॉय के सिगरेट पीने से दो लोगों को इतना गुस्सा आया कि उसके सीने में चाकू घोप दिया

दिल्ली में एक जोमैटो डिलीवटी एजेंट की महज इस बात पर हत्या कर दी गई क्योंकि वो सिगरेट पी रहा था. मामला दिल्ली के तिलक नगर इलाके का है. बुधवार 15 जून को देर रात 29 साल के डिलीवरी एजेंट सागर सिंह एक रेस्टोरेंट से ऑर्डर लेने का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान उनकी दो लोगों के साथ बहस होती है. पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने बताया कि सागर की हत्या करने वाले दोनों संदिग्धों का विवाद इसलिए हुआ था, क्योंकि वे सिगरेट पी रहे थे. दोनों संदिग्ध निहंग सिख हैं.
हर्षदीप नाम का आरोपी गिरफ्तारहिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिप्टी पुलिस कमिश्नर (पश्चिमी दिल्ली) घनश्याम बंसल ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम को इस घटना के बारे में रात करीब साढ़े बारह बजे जानकारी दी गई थी. जब स्थानीय पुलिस वहां पहुंची तो सागर को अस्पताल पहुंचाया जा चुका था. अस्पताल में डॉक्टरों ने सागर को मृत घोषित कर दिया. डीसीपी ने कहा कि सागर की छाती पर चाकू से हमला किया गया था.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 22 साल के हर्षदीप सिंह को गिरफ्तार किया है. डीसीपी बंसल ने कहा,
‘सागर ने सिगरेट नहीं पीने से इनकार किया था’"पुलिस की टीम दूसरे संदिग्ध को भी तलाश रही है. पूछताछ के दौरान आरोपी हर्षदीप ने बताया कि वह और उसका दोस्त कृष्णापुरी की गली नंबर 13 के एक रेस्टोरेंट के नजदीक खड़े थे. उसने कहा कि सागर को रास्ते से साइड हटने को कहा लेकिन वो हटने के बदले बहस करने लगा."
रिपोर्ट के अनुसार सागर के परिवारवालों, एंबुलेंस को बुलाने वाले दूसरे जोमैटो एजेंट और स्थानीय लोगों ने कहा कि दोनों ने सागर के साथ इसलिए झगड़ा किया क्योंकि वो सिगरेट पी रहे थे. सागर की पत्नी के भाई इंदर पाल ने कहा कि उन्होंने उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद लोगों से भी बात की. पाल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया,
"रेस्टोरेंट के नजदीक खड़े दो निहंग सिख सिगरेट पीने के कारण सागर के साथ बदतमीजी करने लगे. लेकिन सागर ने उन्हें कहा कि वे खुली जगह में स्मोकिंग कर रहे हैं और उन दोनों की बात को टाल दिया. इससे दोनों निहंग सिख नाराज हो गए. उन्होंने अपना कृपाण निकाला और सागर की छाती पर घोंप दिया."
एंबुलेंस को बुलाने वाले दूसरे डिलीवरी एजेंट आसिफ ने बताया कि सागर करीब 15-20 मिनट तक वहीं पड़ा रहा, जिसके कारण काफी खून निकल गया. आसिफ ने कहा कि जब वे रोड से गुजर रहे थे तो सागर को जमीन पर लेटा देखा. अगर कोई समय पर अस्पताल ले जाता तो उसे बचाया जा सकता था.
सागर के घर में उनकी पत्नी कोमल और उनका 8 साल का बच्चा है. उस रात वे अपने परिवार के साथ डिनर करके ही काम पर निकले थे. जोमैटो के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा कि घटना के बाद वे सागर के परिवार वालों के संपर्क में हैं और उन्हें हरसंभव सहायता करेंगे.