नरम पड़ने लगे US के तेवर, भारत को बताया अहम पार्टनर, अगले हफ्ते होगी ट्रेड डील पर बात
रूसी तेल खरीदने को लेकर लगातार भारत को निशाना बना रहे अमेरिका के तेवर अब नरम पड़ते दिख रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ट्रेड डील पर फिर से बातचीत शुरू होने की घोषणा के बाद अब अमेरिकी विदेश मंत्री भारत में मनोनीत वहां के अगले राजदूत ने भी भारत के साथ रिश्ता काफी अहम बताया है.

भारत को लेकर अब अमेरिका के तेवर नरम पड़ने लगे हैं. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत को महान देश और पीएम मोदी को अच्छा दोस्त बताया था. अब दो दिन बाद अमेरिकी विदेश मंत्री और भारत में अमेरिका के अगले राजदूत, दोनों ने भारत को बेहद अहम और रणनीतिक पार्टनर बताया है.
मॉर्को रूबियो ने कहा है कि 21वीं सदी की कहानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लिखी जाएगी और भारत इसके केंद्र में है. वहीं भारत में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर ने कहा कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील पर अगले हफ्ते फिर से बातचीत शुरू हो जाएगी.
ट्रेड डील पर बातचीत अगले हफ्ते से: गोरइंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार सर्जियो गोर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गहरी दोस्ती है. राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अगले हफ़्ते भारत के कॉमर्स एवं ट्रेड मंत्रियों को बुलाया है. वे वाशिंगटन में अमेरिकी ट्रेड प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर से मिलेंगे और द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बारीकियों को अगले कुछ हफ़्तों में सुलझा लिया जाएगा. सर्जियो ने गुरुवार को अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति में अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान यह बातें कही.
गोर ने ने ट्रंप और मोदी के बीच गहरी दोस्ती का जिक्र किया. उन्होंने कहा,
क्वाड को बताया महत्वपूर्णअगर आपने गौर किया होगा कि जब भी राष्ट्रपति ट्रंप दूसरे देशों पर हमला करते हैं तो वह अमेरिका पर टैरिफ लगाने के लिए उनके नेताओं को भी जरूर निशाना बनाते हैं. लेकिन जब भी राष्ट्रपति भारत की आलोचना करते हैं तो वह प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. यह दर्शाता है कि उनके बीच एक अद्भुत रिश्ता है.
गोर ने क्वाड समूह पर भी बात की और इसे काफी महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति क्वाड के साथ निरंतर जुड़ाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वास्तव में, अगली क्वाड बैठक के लिए एक यात्रा पर बातचीत पहले ही हो चुकी है.' बता दें कि भारत इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा. हालांकि अभी तारीखों की घोषणा नहीं की गई है. 38 वर्षीय सर्जियो गोर संभवतः भारत में अमेरिका के सबसे युवा राजदूत होंगे. उन्होंने कहा कि वह इस महत्वपूर्ण साझेदारी में अमेरिका के हितों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इसी दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सुनवाई में गोर का परिचय कराते हुए कहा कि वह उन्हें बहुत लंबे समय से जानते हैं. रूबियो ने कहा कि गोर भारत के लिए नामित किए गए हैं, जो कि भविष्य के लिहाज से अमेरिका के लिए सबसे अच्छे संबंधों में से एक है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की कहानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लिखी जाएगी. वास्तव में, यह इतना महत्वपूर्ण है कि हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की लड़ाकू कमान का नाम बदल दिया है. भारत इसके केंद्र में है.
भारत ने बयान को सकारात्मक तरीके से लियागौरतलब है कि हाल के दिनों में भारत-अमेरिका के रिश्तों तल्खियां बढ़ रही थीं. हालांकि, इंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार भारत में गोर और रुबियो के बयानों को सकारात्मक तरीके से लिया गया. अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आने वाले दिनों में व्यापार और रक्षा मामलों के वरिष्ठ अधिकारियों के उच्च-स्तरीय दौरे होने की उम्मीद है. एक सूत्र ने अखबार से कहा, 'आने वाले दिनों में व्यापार और रक्षा उपकरणों पर चर्चा में तेज़ी आने की उम्मीद है और इस समय उच्च-स्तरीय दौरों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.'
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से ट्रेड डील पर फिर से बात शुरू होने की जानकारी दी थी. इसे दोनों देशों के संबंधों को में फिर से पटरी पर लाने की शुरुआत के तौर पर देखा गया था. ट्रंप ने ने कहा था कि उन्हें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं. वह अपने बहुत अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से आगामी हफ्तों में बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं. उन्हें पूरा यकीन है कि दोनों महान देशों के लिए इस बातचीत से सफल निष्कर्ष निकलेगा.
पीएम मोदी ने बताया था नेचुरल पार्टनरइस पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा था कि भारत और अमेरिका करीबी दोस्त और नेचुरल पार्टनर हैं. मुझे यकीन है कि हमारी ट्रेड बातचीत से भारत-अमेरिका साझेदारी की असीमित संभावनाओं के रास्ते खुलेंगे. हमारी टीमें जल्द से जल्द इस दिशा में चर्चा करने पर काम कर रही है. मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बात करने को लेकर भी आशान्वित हूं. हम दोनों देशों के लोगों के लिए सुनहरे और अधिक समृद्ध भविष्य बनाने की दिशा में काम करेंगे.
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