महिला के पैर में चोट लगी, अगले दिन कुत्ते ने घाव चाट लिया, एक हफ्ते बाद मौत हो गई
Woman Dies After Dog Licked Her: इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि महिला के घाव में 'पास्चरेला मल्टोसिडा' नाम का बैक्टेरिया पाया गया. आमतौर पर ये बैक्टेरिया घरेलू पशुओं के मुंह में पाया ही जाता है. लेकिन ये उनके खुद के लिए खतरनाक नहीं होता.

ब्रिटेन में कथित तौर पर कुत्ते के चाटने के बाद एक महिला की मौत हो गई. महिला कुछ समय पहले अपने घर में टॉयलेट से बाहर निकलते वक्त चोटिल हो गई थी. उसके पैर में चोट आई थी. अगले ही दिन उनकी पोती के कुत्ते ने पैर के घाव को चाट लिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद महिला की पहले तबीयत बिगड़ी, फिर हफ्ते भर बाद उसकी मौत हो गई.
महिला की पहचान 83 साल की जून बैक्सटर के रूप में हुई है. टॉयलेट से निकलते वक्त जब उनके पैर में चोट आई, तो उन्हें देखने के लिए उनकी पोती कैटलन एलिन पहुंचीं. कैटलन के साथ उनका कुत्ता भी जून बैक्सटर के घर पहुंचा. और उसने जून बैक्सटर का पैर चाट लिया.
अगले दिन जून बैक्सटर की तबीयत बिगड़ गई. ऐसे में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. बीबीसी की खबर के मुताबिक, इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि जून बैक्सटर के घाव की जांच के दौरान उसमें 'पास्चरेला मल्टोसिडा' नाम का बैक्टेरिया पाया गया. आमतौर पर ये बैक्टेरिया घरेलू पशुओं के मुंह में पाया ही जाता है. लेकिन ये उनके खुद के लिए खतरनाक नहीं होता.
कुत्ते के चाटने से करीब एक हफ्ते बाद इलाज के दौरान जून बैक्सटर की मौत हो गई. मौत के अन्य (सेकंडरी) कारणों में किडनी, लिवर और दिल से जुड़ी दूसरी बीमारियां भी शामिल थीं.
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डॉक्टर क्या कहते हैं?कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा विभाग में महामारी विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एंड्रयू कॉनलन द टाइम्स से बातचीत में कहते हैं,
अगर किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता उम्र या किसी अन्य संक्रमण के कारण कमजोर हो गई है तब उसे कुत्ते को अपने ऊपर लार टपकने से सावधान रहना चाहिए. अगर आप स्वस्थ हैं, तो उनका चाटना खतरनाक नहीं होता है.
वहीं, एक अन्य डॉक्टर द टाइम्स को बताते हैं कि जानवरों का आमतौर पर शरीर के अन्य हिस्सों को चाटना खतरनाक नहीं होता. लेकिन जानवरों को आंखें, नाक और मुंह नहीं चाटने देना चाहिए. क्योंकि ये श्लेष्मा झिल्ली (mucous membranes) से ढके हुए हिस्से होते हैं. जो सामान्य त्वचा की तुलना में ज्यादा संवेदनशील होते हैं. ये हिस्से बैक्टीरिया से लड़ने के लिए तुलनात्मक रूप से कमजोर होते हैं. इसके अलावा, डॉक्टर सलाह देते हैं कि जानवरों से खुले घावों को भी बचाना चाहिए.
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