सोनाली बेंद्रे ने बताया कि कैंसर से उनकी लड़ाई कैसी थी
'कैंसर सर्वाइवर्स डे' के दिन सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बताया.
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सोनाली बेंद्रे.
समय कैसे बीत जाता है. आज जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं. मुझे ताकत दिखती है, कमज़ोरी दिखती है लेकिन सबसे ज़रूरी हिम्मत दिखती है. सी (कैंसर) शब्द को मेरी आगे की ज़िंदगी कैसी होगी इसका निर्णायक बनने से रोकने की. आप अपना जीवन बनाते हैं. जीवन का सफ़र वैसे ही चलेगा जैसा आप चलाएंगे. इसलिए एक बार में एक दिन को जिएं और भरपूर जिएं. आपका सफ़र बेहद मुश्किल होगा लेकिन उससे उम्मीद के साथ लड़ने की कोशिश करें.
सोनाली के अलावा 'बर्फी', 'लाइफ़ इन आ मेट्रो' जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर अनुराग बासु, 'दिल से','बॉम्बे' जैसी फ़िल्मों की स्टार मनीषा कोइराला और ‘कसूर’, ‘वीरप्पन’ और ‘इश्क फॉरेवर’जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं लीज़ा रे जैसे सितारे भी इस भयानक बीमारी को परास्त कर चुके हैं.
बात करें सोनाली की तो इनकी 'डुप्लीकेट', 'सरफ़रोश' जैसी फ़िल्में आज भी जनता के बीच खूब पसंद की जाती हैं. सोनाली किताबें पढने की भी बेहद शौक़ीन हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि सोनाली एक ऑनलाइन वर्चुअल बुक क्लब भी चलाती हैं.