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मरणोपरांत शौर्य चक्र पाने वाले इन सैनिकों ने क्या बहादुरी दिखाई थी?

शौर्य चक्र शांति काल में मिलने वाला वीरता पदक है.

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सेना के 6 जवानों को मिलेगा शौर्य चक्र, 5 को मरणोपरांत सम्मान (फोटो- ANI)
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साजिद खान
25 जनवरी 2022 (Updated: 25 जनवरी 2022, 06:19 PM IST) कॉमेंट्स
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गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 384 वीरता पुरस्कारों की घोषणा की गई है. इनमें सेना के 6 जवानों को मिले शौर्य चक्र भी शामिल हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 5 जवानों को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. इनके नाम हैं श्रीजीत एम, अनिल कुमार तोमर, काशीराय बम्मनल्ली, पिंकू कुमार और जसवंत कुमार. छठवें शौर्य चक्र विजेता हैं राकेश शर्मा.

श्रीजीत एम

एएनआई के मुताबिक 17 मद्रास के नायब सूबेदार श्रीजीत एम को जुलाई 2021 में जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के दौरान ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मार गिराने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) मिला है.

अनिल कुमार तोमर

राजपूत रेजिमेंट के हवलदार अनिल कुमार तोमर को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. अनिल कुमार ने दिसंबर 2020 में जम्मू कश्मीर में एक कॉम्बैट एक्शन टीम का नेतृत्व किया था. उस दौरान उन्होंने दो आतंकवादियों को मार गिराया था.

हवलदार काशीराय बम्मनल्ली

कोर ऑफ इंजीनियर्स के हवलदार काशीराय बम्मनल्ली को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक बाग के आसपास चले ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मार गिराने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. काशीराय बम्मनल्ली ने ऑपरेशन के दौरान अपनी टीम के सदस्यों की जान भी बचाई थी.

हवलदार पिंकू कुमार

जाट रेजिमेंट के हवलदार पिंकू कुमार ने भी सेना के एक ऑपरेशन के दौरान एक आतंकवादी को मार गिराया था. इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है. अपनी जान गंवाने से पहले पिंकू कुमार ने आतंकवादियों का रास्ता रोका था और एक अन्य आतंकवादी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था.

सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार

रेड्डी सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी को जम्मू-कश्मीर में आमने-सामने की मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है. उन्होंने ऑपरेशन के दौरान अपने टीम कमांडर की जान भी बचाई थी.

राइफलमैन राकेश शर्मा

राकेश शर्मा इन सभी 6 सैनिकों में अकेले जीवित शौर्य चक्र विजेता हैं. वे असम राइफल्स में राइफलमैन हैं. जुलाई 2021 में असम में एक ऑपरेशन में राकेश ने दो विद्रोहियों को मार गिराया था. उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने अलग-अलग केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 189 वीरता सहित कुल 939 सेवा पदकों की घोषणा की है.

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