इजरायली फर्म ने भारत के लोकसभा चुनावों में टांग अड़ाई? OpenAI का सनसनीखेज दावा
OpenAI की रिपोर्ट में कहा गया कि AI के जरिये बीजेपी की आलोचना और विपक्षी कांग्रेस की तारीफ में कुछ कॉमेंट्स किए गए थे.

अमेरिकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च कंपनी OpenAI ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि एक इजरायली फर्म ने भारत में लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की. OpenAI ने 30 मई को अपनी वेबसाइट पर रिपोर्ट छापी है. इसमें कहा गया कि AI के जरिये बीजेपी की आलोचना और विपक्षी कांग्रेस की तारीफ में कुछ कॉमेंट्स किए गए थे. हालांकि कंपनी ने दावा किया कि उसने AI के इस्तेमाल की कोशिशों को 24 घंटे के भीतर रोक दिया.
OpenAI की माने तो इजरायल की पॉलिटिकल कैंपेन मैनेजमेंट फर्म 'STOIC' ने मई की शुरुआत में भारत के चुनावों पर कुछ कॉन्टेंट तैयार किया था. इस ऑपरेशन में वेब आर्टिकल्स जेनरेट करना और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, एक्स और इंस्टाग्राम से कॉमेंट्स करना शामिल था. रिपोर्ट में कहा गया है,
"मई में, इस नेटवर्क ने भारत पर फोकस करते हुए कॉमेंट्स तैयार करना शुरू किया. इसमें बीजेपी की आलोचना और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की तारीफ की गई थी. हमने ऐसी गतिविधियों के शुरू होने के 24 घंटे से भी कम समय में इसे रोक दिया था."
OpenAI के मुताबिक, उसने इजरायल से चल रहे कुछ अकाउंट्स के एक ग्रुप पर बैन लगा दिया है. इसका इस्तेमाल एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, दूसरी वेबसाइट और यूट्यूब तक एक कैंपेन के लिए कॉन्टेंट बनाने और एडिट करने के लिए किया जा रहा था. कंपनी का कहना है कि इस कैंपेन के जरिये मई की शुरुआत में अंग्रेजी भाषा में भारत के लोगों को टारगेट करना शुरू किया गया.

इस रिपोर्ट में अमेरिका, गाजा और कनाडा में भी इस तरह से टारगेट करने की कोशिशों के बारे में लिखा गया है. हालांकि भारत के बारे में इसके अलावा कुछ और नहीं लिखा गया है. ना ही विस्तार से कुछ जानकारी दी गई है.
राजीव चंद्रशेखर ने क्या जवाब दिया?OpenAI की इस रिपोर्ट पर इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि "कुछ भारतीय राजनीतिक दलों" की तरफ से बीजेपी को निशाना बनाने की कोशिश हुई. मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“यह साफ है कि बीजेपी कुछ भारतीय राजनीतिक दलों की तरफ से चलाए जा रहे कैंपेन, गलत जानकारियों और विदेशी हस्तक्षेप का टारगेट थी और है. ये हमारे लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है. स्पष्ट है कि भारत और भारत के बाहर के कुछ लोग इसे बढ़ावा दे रहे हैं. इसकी गहराई से जांच करने और इसका खुलासा करने की जरूरत है.”
राजीव चंद्रशेखर ने OpenAI पर भी सवाल उठाया और कहा कि इस वक्त, उनका यही कहना है कि ये प्लेटफॉर्म्स इसे बहुत पहले रिलीज कर सकते थे, ना कि चुनाव जब खत्म होने की तरफ है.
वीडियो: मास्टर क्लास: ChatGPT-4 तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बवाल मचा देगा, तस्वीर देख सब कर देगा!