"आधार कार्ड और तिलक..."- VHP वालों ने गरबा में एंट्री के लिए कौन-कौन सी शर्तें रख दीं?
मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान VHP के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि आधार कार्ड से पहचान के बाद सभी लोगों के माथे पर तिलक और कलाई पर कलावा बांधना चाहिए.

देश भर में नवरात्रि (Navaratri 2023) के कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं. इस बीच विश्व हिंदू परिषद VHP ने फरमान जारी किया है कि गरबा और डांडिया के प्रोग्राम में आधार कार्ड दिखाने पर ही एंट्री दी जानी चाहिए. VHP के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन का कहना है कि इस त्योहार में हिस्सा लेने वाला हर शख्स हिंदू हो, इस बात की जांच होना जरूरी है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 अक्टूबर को मुंबई के दादर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुरेंद्र जैन ने कहा कि आधार कार्ड से पहचान के बाद सभी लोगों के माथे पर तिलक और कलाई पर कलावा बांधना चाहिए. उन्होंने कहा कि 'लव जिहाद' से बचने के लिए ये उपाय करना जरूरी हो गया है. वो बोले जिन लोगों की हिंदू धर्म में आस्था नहीं है, उन्हें समारोहों में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए, हमारी महिलाओं की सुरक्षा बहुत जरूरी है.
ये पहली बार नहीं है जब हिंदू संगठनों ने इस तरह के फरमान जारी किए हों. पिछले साल नवरात्रि पर बजरंग दल और VHP ने गरबा का आयोजन करने वाले लोगों से पंडाल में मुसलमानों को प्रवेश नहीं देने को कहा था. कई जगहों पर तो नवरात्रि पंडाल के बाहर बजरंग दल और VHP के कार्यकर्ता तैनात रहे. वो कार्यक्रम में आने वाले लोगों के पहचान पत्र चेक कर रहे थे. कुछ जगहों पर कुछ युवकों के साथ मारपीट भी हुई थी. इनके वीडियो भी वायरल हुए थे.
पिछले साल इन्हीं कार्यक्रमों के दौरान सांप्रदायिक झड़पों की खबरें भी आई थीं. इन मामलों के लेकर बुलडोजर से घर गिराने और पुलिस की तरफ से आरोपियों की सरेआम पिटाई की जानें की खबरें भी आई थीं.
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